रीवा 15 जुलाई 2020. कोरोना संक्रमण रोकने तथा घर-घर जाकर संदिग्ध कोरोना पीड़ितों की पहचान के लिए शासन के निर्देशों के अनुसार एक जुलाई से 15 जुलाई तक जिले में किल कोरोना अभियान चलाया गया। अभियान के तहत जिले भर में तैनात 378 दलों द्वारा घर-घर जाकर शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की जांच की गयी। अभियान के दौरान मलेरिया तथा डेंगू से पीड़ित रोगियों की पहचान कर उन्हें उपचार की सुविधा दी गयी। अभियान के दौरान टीकाकरण से छूटे हुये बच्चों तथा अब तक पंजीयन न होने वाली गर्भवती महिलाओं की भी सूची बनाई गयी। कलेक्टर इलैयाराजा टी ने अभियान के मूल्यांकन के लिए जिले की चुनी हुई ग्राम पंचायतों में जिला स्तरीय अधिकारी तैनात करके किल कोरोना अभियान का मूल्यांकन कराया। सभी तैनात अधिकारियों ने 15 जुलाई को आवंटित ग्राम पंचायत में भ्रमण करके आमजनता तथा सर्वे दलों से किल कोरोना अभियान का फीडबैक लिया।
इस संबंध में कलेक्टर ने बताया कि किल कोरोना अभियान को अधिक प्रभावी बनाने के लिए अभियान के अंतिम दिन इसका मूल्यांकन कराया गया। जिला स्तर के अधिकारियों से निर्धारित प्रपत्र में अभियान के संबंध में जानकारी संकलित करायी गयी। अधिकारियों को आमजनता को कोरोना से बचाव के लिए बाहर निकलने पर मास्क के उपयोग तथा एक मीटर फिजिकल दूरी बनाये रखने के संबंध में समझाइश देने के निर्देश दिये गये। किल कोरोना अभियान से संबंधित जानकारियां सार्थक लाइट एप में दर्ज की जा रही हैं। आमजन भी प्ले स्टोर से अपने एन्ड्राइड फोन पर सार्थक लाइट एप डाउनलोड कर उसमें जानकारी दर्ज कर सकते हैं। इस एप से कोरोना का उपचार कराने के लिए निकटतम अस्पताल, कोरोना जांच केन्द्र तथा अन्य जानकारियां भी उपलब्ध हैं। प्रत्येक व्यक्ति के लिए यह एप बहुत उपयोगी है। कलेक्टर ने बताया कि अधिकारियों द्वारा किल कोरोना अभियान के संबंध में आमजनता तथा सर्वे दलों से प्राप्त फीडबैक की रिपोर्ट के आधार पर पूरे जिले में किल कोरोना अभियान का मूल्यांकन किया जायेगा।