खनिज अधिकारी के उपर माफियाओं को संरक्षण देने तथा डीडीए के उपर कृषि यंत्री करण एवं बीज वितरण में धांधली के लगते रहे हैं आरोप
सिंगरौली(kundeshwartimes) सिंगरौली जिले में कुछ बड़े पदों पर आसीन अधिकारियों के सामने आते ही सरकार की स्थानांतरण नीति पूरी तरह से नतमस्तक हो जाती है,जी हां आपको यह सुनकर आश्चर्य जरूर हुआ होगा लेकिन यह सत्य इसलिए है क्योंकि दो प्रमुख विभागों के बड़े अधिकारी सिंगरौली जिले में पिछले लंबे समय से पदस्थ हैं लेकिन इनका स्थानांतरण नही होता,चाहे चुनाव के समय हो या फिर स्थानांतरण नीति के तहत इन पर किसी की नजर नहीं पड़ती,अब लंबे अर्से से एक जिले में कोई अधिकारी जमे रहेंगे तो तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म होना स्वाभाविक है,फिलहाल इन दिनों जिला खनिज अधिकारी एके राय तथा डीडीए कृषि विभाग आशीष पांडे इन दिनों सुर्खियों में हैं,सुर्खियों में रहें भी क्यों ना इन्हे सिंगरौली के लोग पिछले कई वर्षों से देख रहे हैं,उनके बाद सिंगरौली में पदस्थ हुए तमाम अधिकारी स्थानांतरित होकर कब के चले गए और ये दोनो अधिकारी स्थानांतरण नीति की चपेट में नही आ रहे
दो बड़े अधिकारी सुर्खियों में
जिला खनिज अधिकारी एके राय तथा डीडीए कृषि विभाग आशीष पांडे इन दिनों अपने रसूख को लेकर सुर्खियों में हैं,इनके बारे चर्चा है कि कहीं ना कहीं अवश्य इन अधिकारियों पकड़ सरकार में मजबूत है तभी तो स्थानांतरण नीति इनके सामने आते ही विफल हो जाती है,अब किस वजह से इन अधिकारियों का स्थानांतरण नही हो रहा है ये तो बता पाना मुश्किल है लेकिन इतना जरूर है कि इन दिनों तरह तरह की चर्चाएं ब्याप्त हैं
डीडीए के उपर लग रहे गंभीर आरोप
अब सूत्र बताते हैं कि डीडीए आशीष पांडे के कार्यकाल में जितने भी कृषि यंत्रीकरण तथा बीज वितरण के काम हुए हैं उन कार्यों की गहन पड़ताल करने की जरूरत है क्योंकि माना जा रहा है कि इन कार्यों में जमकर अनियमितता हुई है,कृषि यंत्रीकरण के लिए सरकार तमाम राशि खर्च कर रही है तथा सिंगरौली जिले में भी इसका क्रियान्वयन हो रहा है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है,वही बीज वितरण में भी जमकर गड़बड़ी होने की बात कही जा रही है,सूत्रों ने दावे के साथ बताया है कि यदि इन कार्यों की गहन पड़ताल हो तो कई मामले सामने आ सकते हैं।
खनिज अधिकारी का सिंगरौली के प्रति मोह भंग ना होना चर्चा का विषय
अब खनिज अधिकारी एके राय का सिंगरौली जिले के प्रति मोह भंग ना होना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है,चर्चा है कि जिले में अपार खनिज संपदा का भरमार है तथा खनिज अधिकारी एके राय पिछले लंबे समय से सिंगरौली में पदस्थ रहे हैं इस वजह से उनकी खनिज माफियाओं से अच्छी खासी सांठ गांठ बन चुकी है,यही वजह है कि पूरे जिले में रेत तथा पत्थर गिट्टी का अवैध कारोबार होने के आरोप अक्सर लगते रहते हैं लेकिन कार्यवाही के नाम पर सिर्फ औपचारिकता की पूर्ति की जाती रही है अब माना जा रहा है कि यदि खनिज अधिकारी का स्थानांतरण शीघ्र नही होता है तो खनिज के अवैध कारोबार बेधड़क फलते फूलते रहेंगे
नेताओं में उठ रहे विरोध के सुर
इन दोनो बड़े अधिकारियों का लंबे समय बाद भी सिंगरौली जिले से स्थानांतरण ना होने से अब स्थानीय नेताओं में विरोध के सुर उठने लगे हैं,कुछ नेताओं ने कहा कि ज्यादा समय तक एक ही जिले में किसी अधिकारी के पदस्थ रहने से भ्रष्टाचार होने की संभावना बढ़ जाती है,साथ स्थानांतरण नीति की भी अवहेलना होती है ऐसे में सिंगरौली जिला खनिज अधिकारी एके राय एवं डीडीए कृषि विभाग आशीष पांडे का स्थानांतरण बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था लेकिन अभी भी इन पर सरकार की नजर नहीं पड़ रही है ऐसे में निश्चित रूप से इन दोनो विभागों में भ्रष्टाचार होने की संभावना को कम नहीं किया जा सकता
इनका कहना है
सिंगरौली जिले में लंबे अर्से से पदस्थ अधिकारी एवं कर्मचारियों का तबादला ना होना बहुत गंभीर समस्या हो गई है यहां पांच साल से अधिक समय से कई अधिकारी जमे हैं लेकिन उन पर स्थानांतरण नीति लागू नहीं हो रही है सरकार इस पर ध्यान दे
ज्ञानेंद्र द्विवेदी
जिला अध्यक्ष
कांग्रेस कमेटी सिंगरौली ग्रामीण
जिला खनिज अधिकारी एके राय तथा डीडीए कृषि विभाग आशीष पांडे पिछले लंबे समय से सिंगरौली जिले में पदस्थ हैं इनका स्थानांतरण ना कर सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है,इन दोनो अधिकारियों का स्थानांतरण अति शीघ्र कर देना चाहिए
कॉमरेड संजय नामदेव
अध्यक्ष भाकपा सिंगरौली