बड़ा सवाल:कोयले के अवैध कारोबार में क्यों आ रहा किसी सक्सेना का नाम ? सीधी सिंगरौली दोनो जिले में कथित सक्सेना का नाम सुर्खियों में ।। कुंडेश्वर टाइम्स ब्यूरो अनुराग द्विवेदी की रिपोर्ट

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सिंगरौली से सीधी जिले में जा रहा भारी मात्रा में कोयला

क्यों नही होती उच्च स्तरीय जांच,कहीं बड़े खुलासे का डर तो नहीं

सिंगरौली,सक्सेना की गाड़ी है हाथ नही देना,उपर से फोन आ जायेगा,बड़े साहब का सख्त निर्देश है,मुझे तो उनकी गाड़ी रुकवाने की हिम्मत नहीं है,कोई नही रुकवाता,ये सब सुनते सुनते करीब दो साल गुजर गए,अमूमन तमाम लोग इस नाम से वाकिफ हो चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार इस गंभीर आरोप पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं ,ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर कथित सक्सेना का नाम इस कोयले के कारोबार में क्यों आ रहा है,कौन हैं ये सक्सेना जिनका नाम बार बार आ रहा है,यदि वाकई इस नाम से लीगल तरीके से कोयले का कारोबार हो रहा है तो जिम्मेदारों को सामने आकर इस आरोप को पूरी तरह से निराधार बता देना चाहिए, लेकिन लगातार आरोप लगते रहे हैं और अभी तक जिम्मेदार चुप्पी साध रखे हैं,ऐसी स्थिति में अपने आप साबित होता है कि दाल में कुछ काला है,फिलहाल बताया जाता है कि किसी सक्सेना के नाम का धौंस दिखाकर सीधी सिंगरौली जिले में कोयले का अवैध कारोबार किया जा रहा है,बताते हैं कि इस नाम का धौंस दिखाकर सिंगरौली से सीधी जिले में कोयले का परिवान भारी मात्रा में किया जा रहा है,कुछ ऐसे कोल वाहन चलते हैं जिन्हे रास्ते में कोई रुकवाता तक नहीं,जांच करना तो दूर की बात है,जबकि इन वाहनों में या तो कोल परिवहन करने का कोई वैध दस्तावेज नहीं रहते या फिर ओवर लोड कोयला लोड रहता है,अब इस तरह के आरोप में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट होगा लेकिन इतना जरूर है कि जिस तरह से लगातार आरोप लगते हैं ऐसे में उच्च स्तरीय जांच करने की जरूरत है।

गत लंबे अर्से से लग रहा आरोप

किसी सक्सेना के नाम का धौंस दिखाकर कोल परिवहन करने का आरोप पिछले करीब दो साल से लग रहा है,दरअसल सीधी जिले में जबसे कोल यार्ड बनाकर भारी मात्रा में कोयले का कारोबार शुरू हुआ तबसे कई नाम सामने आए लेकिन प्रमुख रूप से सक्सेना का नाम काफी चर्चित हुआ,इस दौरान लगातार कोल परिवहन होता रहा,लेकिन कोई बड़ी कार्यवाही नजर नहीं आई।

क्यों नही होती उच्च स्तरीय जांच

जब लंबे अर्से से कोयले के अवैध कारोबार में किसी लोकायुक्त एसपी का नाम सामने आ रहा है ऐसे में प्रशासन की जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ जाती है,क्योंकि जब अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी जिनके पास है यदि वही अवैध कारोबार करेंगे तो फिर रक्षक बने भक्षक वाली बात हो जायेगी,फिलहाल यदि लगातार निराधार आरोप लगाया जा रहा है फिर भी जांच करने की जरूरत है

इस संबंध में 3 दिसंबर के बाद कोई जानकारी दे पाऊंगा अभी स्ट्रांग रूम में हूं

मो यूसुफ कुरौसी

पुलिस अधीक्षक सिंगरौली

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