एक बार फिर से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आई जिस फसल को देख कर के किसानों के मन में अच्छी उमंगे थी उसी फसल को चंद मिनटों में तेज हवाओ एवं बारिश ओला दृष्टि से गेहूं चना मसूर एवं अन्य फसलें चौपट हो चुकी है ऐसे ही बरसात मे किसानों का मनचाहा नुस्कान हुआ था उसी तरह से इस फसल में भी किसानों को नुकसान हुआ है और दूसरी ओर देखा जाए तो मध्य प्रदेश सरकार वादे दर वादे कर रही है की किसानों को जल्द ही मुआवजा मिलेगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है वादे तो बहुत से किए गए लेकिन सभी वादे एकदम खोखले निकले जिससे कई किसानो ने आत्महत्या की और फिर भी इसके बावजूद इन गरीब किसानों के लिए कुछ भी शासन द्वारा सहायता नहीं मिली