रीवा 06 अप्रैल 2020. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से कमिश्नर, कलेक्टर तथा पुलिस अधिकारियों को लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को कठोरता से लागू करें। किसी भी जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण किसी भी स्थिति में बढ़ने न पाये। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करें। जिन व्यक्तियों ने कोरोना का संक्रमण होने अथवा विदेश यात्रा की बात छिपाई है उनका यह कार्य आम जनता के प्राण को संकट में डालने का प्रयास है। इनके विरूद्ध भी उचित धाराओं में प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करें। कोरोना से बचाव का एक मात्र उपाय सामाजिक दूरी बनाये रखना है। तभी कोरोना की चैन टूटेगी। मुख्यमंत्री ने भोपाल, इंदौर तथा उज्जैन जिले के कलेक्टरों को कोरोना संक्रमण रोकने के लिए विशेष प्रबंध करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना का संकट बहुत बड़ा और गहरा है। इसकी लड़ाई लंबी हो सकती है। पूरे प्रदेश में प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने मिशन मोड पर कोरोना से बचाव का शानदार कार्य किया है। कार्य करते हुए स्वास्थ्य विभाग तथा पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी संक्रमित हुए हैं। इनके उपचार की उचित व्यवस्था करें। सभी कलेक्टर पुलिस तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को उनके कार्य स्थल के आसपास ही आवास तथा भोजन की व्यवस्था करें। नर्स एवं अन्य महिला स्वास्थ्य कर्मियों को आने-जाने की भी व्यवस्था करायें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल सेंटर में मिलने वाली सूचनाओं पर तत्परता से कार्यवाही करें। भोजन तथा राशन के संबंध में प्राप्त संदेशों पर तत्काल आपूर्ति सुनिश्चित करें। अभी तक पूरे प्रदेश में उपचार तथा भोजन वितरण की संतोषजनक व्यवस्था है। प्रतिदिन चार लाख 25 हजार से अधिक भोजन के पैकेट वितरित किये जा रहे हैं। इसमें स्वयं सेवी संस्थाएं भी अच्छा सहयोग दे रही हैं। लॉकडाउन की स्थिति में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित रखें। जमाखोरी तथा मुनाफाखोरी करने वालों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करें। प्रत्येक जिले में आपदा प्रबंधन दल तत्काल गठित कर लें। मुख्यमंत्री ने उपचार व्यवस्था तथा दवाओं की आपूर्ति के संबंध में निर्देश दिये। कलेक्ट्रेट के एनआईसी केन्द्र से कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव, आईजी चंचल शेखर, कलेक्टर बसंत कुर्रे, डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह, पुलिस अधीक्षक आबिद खान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अर्पित वर्मा, एडीएम इला तिवारी, संयुक्त आयुक्त पीसी शर्मा तथा संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।