सुविधा विहीन कटरा कैसे करें कंटेनमेंट का पालन कुछ लोग भूखे मरने की कगार पर, सरकारी फरमान कागजों तक,कुंण्डेश्वर टाइम्स प्रबंध सम्पादक शिवरतन नामदेव की कलम से

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कटरा – दो कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कटरा बाजार को कंटेनमेंट एरिया (नियंत्रण क्षेत्र) घोषित कर दिया गया है , इस वैश्विक भयावह बीमारी को देखते हुए ऐसा लाजमी भी है , बांस बल्ली लगाकर कटरा बाजार में आने जाने के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं, सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूर्णतय: बंद है,यहां तक कि मेडिकल स्टोर तक बंद करवा दिए गए हैं एक-दो किराने की दुकान और एक दो सब्जी की दुकान को होम डिलीवरी का परमिशन दिया गया है जो कटरा जैसे छोटे बाजार में सफल नहीं हो पा रहा हैं, यहां पर अधिकतर मध्यम और छोटे तबके के लोग हैं जो हर दिन 10 ₹20 में अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करते थे ऐसे में 10 ₹20 के किराना और सब्जी की होम डिलीवरी करने को कोई तैयार नहीं है,दुकानदार का फोन नंबर भी किसी के पास नहीं है जो फोन करके सामान लगा सके इस सुविधा भी गांव के लिए होना तो यह चाहिए कि सामान को ठेले में रखकर हर मोहल्ले में व्यापारी जाए और लोग अपनी आवश्यकता के अनुसार सामान खरीद सके लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा है जिससे यहां के रहवासियों को कंटेनमेंट का पालन करना अत्यंत कठिन हो रहा है। कटरा के रहवासियों के अनुसार यहां पर ज्यादातर लोग रोज कमाने खाने वाले हैं जिनके लिए यह समय अत्यंत दुखद है यहां पर बहुत से ऐसे लोग हैं जो भूखे मरने के कगार पर हैं, विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि जिन लोगों को क्वॉरेंटाइन
सेंटर में रखा गया था, उन सब का परिवार आर्थिक समस्याओं से घिरा हुआ है,कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनका नाम खाद्यान्न सूची में नहीं है जिन्हें राशन देने के लिए सरकार ने सरपंचों के माध्यम से नाम की सूची मंगवाई थी लेकिन महीनों बीत गए हैं अभी तक उनके लिए राशन नहीं आया विगत कुछ दिनों से नल जल योजना की सप्लाई भी बंद है, पेयजल के लिए एसडीएम त्योंथर एवं पी एच ई के एसडीओ के आदेशानुसार कुछ वैकल्पिक व्यवस्था की तो गई है लेकिन पानी के लिए घर से बाहर तो निकलना ही पड़ रहा है। जब लोगों के घर में खाने को नहीं है, पानी नहीं है, राशन और सब्जी की होम डिलीवरी नहीं, मेडिकल सुविधा नहीं, ऐसे में कंटेनमेंट का पालन यहां की जनता कैसे करें। बात दो-चार दिन की नहीं है, कलेक्टर रीवा के आदेशानुसार कंटेनमेंट एरिया में लॉक डॉउन 30 जून तक रहेगा यदि स्थिति ऐसी रहती है तो जिला प्रशासन को त्वरित गति से यहां की समस्याओं का समाधान करना होगा। जिनके घर में खाने को नहीं है उन्हें राशन की व्यवस्था की जाए , मेडिकल स्टोर आवश्यक रूप से खोला जाए, राशन , सब्जी की होम डिलीवरी सुनिश्चित की जाए, एवं गांव को सैनेटाइज किया जाए जिससे भविष्य में इस वायरस से लोगो को निजात मिल सके।

शिवरतन नामदेव, प्रबंध सम्पादक कुंण्डेश्वर टाइम्स

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