स्थानांतरण के बाद हाईकोर्ट के स्थगन की अवधि समाप्त होने के बाद भी जमे हैं एनआरएचएम के बीसी अभिषेक त्रिपाठी,अनुराग द्विवेदी की रिपोर्ट

गणवेश सहित अन्य कार्यों में भ्रष्टाचार करने का लगा है गंभीर आरोप

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सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत नहीं दे रहे जानकारी

देवसर(kunesdhwartimes) राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के देवसर ब्लाक समन्वयक अभिषेक त्रिपाठी के ऊपर इन दिनों तरह-तरह के गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं बताया जाता है कि इनका स्थानांतरण पिछले दिनों देवसर से कर दिया गया था जिसके विरोध में हाईकोर्ट से स्थगन आदेश लाए थे जिसमें 3 हफ्ते के लिए समय मिला था अब वह स्थगन आदेश की अवधि समाप्त हो चुकी है फिर भी देवसर में वेधड़क जमे हुए हैं इनके ऊपर कई तरह के गंभीर आरोप लगे हैं जिनकी जांच नहीं हो पा रही है बताया जाता है कि पिछले दिनों सिलाई के कार्य में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है आरोप है कि सहायता समूह के नाम पर आने वाली राशि में जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है प्रमुख रूप से गणवेश सिलाई का कार्य महिलाओं से ना करा कर दुकानों से खरीद लिया गया था और वेंडरों के माध्यम से भुगतान आहरित कर लिया गया था ऐसी स्थिति में स्व सहायता समूह की महिलाएं लाभ से वंचित हो रही है इसके अलावा भी पिछले दिनों हर घर तिरंगा अभियान के नाम पर भी घोटाले के आरोप लग रहे हैं बताया जाता है कि पिछले दिनों स्व सहायता समूह की महिलाओं की आजीविका बढ़ाने के लिए सीएलएफ में आने वाली राशि वेंडर के सहारे बंदरबांट कर ली गई है उल्लेखनीय है कि महिलाओं की आजीविका बढ़ाने के लिए सीएलएफ में तिरंगा सिलने के लिए राशि आई थी लेकिन आजीविका मिशन के जिम्मेदारों ने बेडरों के माध्यम से कुछ तिरंगा खरीद कर राशि आहरित करा ली और महिलाएं लाभ से वंचित हो गई।

स्थानांतरण के बाद भी देवसर से नहीं हो रहा मोहभंग

बताया जाता है कि एनआरएचएम के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर अभिषेक त्रिपाठी का पिछले दिनों देवसर से स्थानांतरण हो गया था इसके विरोध में हाईकोर्ट से स्थगन आदेश लिए थे हाईकोर्ट ने सिर्फ 3 हफ्ते के लिए स्थगन दिया था जो अवधि अब समाप्त हो चुकी है फिर भी देवसर में ही बेरोकटोक जमे हुए हैं सूत्र आरोप लगा रहे हैं कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में पिछले दिनों जमकर भ्रष्टाचार हुआ था तथा अभी भी भ्रष्टाचार का सिलसिला अनवरत जारी है इसलिए ब्लॉक समन्वयक अभिषेक त्रिपाठी का देवसर से मोह भंग नहीं हो रहा है

जांच होगी तो सामने आएंगे कई घोटाले

सूत्र बताते हैं कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन देवसर में पिछले दिनों जमकर भ्रष्टाचार हुआ है सहायता समूह की महिलाओं की आजीविका बढ़ाने के लिए सीएलएफ में आने वाली राशि में जमकर बंदरबांट किया गया है तथा सरकार को फर्जी आंकड़े पेश किए गए हैं हकीकत यह है कि महिलाओं की आजीविका नहीं बढ़ रही है बल्कि उनके नाम से मिशन के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी मालामाल हो रहे हैं अभी इन दिनों गणवेश सिलाई तथा हर घर तिरंगा अभियान के नाम पर घोटाला करने के आरोप सुर्खियों में है

सूचना का अधिकार अधिनियम की कर रहे अवहेलना

आरोप यह भी लगाए जा रहे हैं कि एनआरएचएम के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर अभिषेक त्रिपाठी सरेआम आरटीआई अधिनियम की अवहेलना कर रहे हैं बताते हैं कि दफ्तर में तमाम आरटीआई के आवेदन पड़े हुए हैं लेकिन किसी भी आवेदन पर जानकारी उपलब्ध नहीं करा रहे हैं ऐसी स्थिति में अपने आप साबित होता है कि निश्चित रूप से जमकर भ्रष्टाचार हुआ है शायद इसी वजह से विभाग की जानकारी सार्वजनिक करने में पसीने छूट रहे हैं।

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