रीवा_(kundeshwartimes) _रीवा जिले के हनुमना जनपद पंचायत में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत जय सिंह द्वारा श्रुति ट्रेडर्स एवं हर्ष ट्रेडर्स आदि के नाम से बेंडर बनाकर किए गए करोड़ों रुपए के घोटाले को लेकर सीजीएसटी कि 8 सदस्य टीम द्वारा आज दोपहर तकरीबन 1:00 से 2:00 के बीच चुपचाप जय सिंह पिता प्रताप सिंह गहरवार के ग्राम बिजौली स्थित घर पर छापा डाला गया जो देर रात तक चली । उल्लेखनीय है कि 17 अप्रैल 2023 सोमवार को तकरीबन 1:00 से 2:00 के बीच सीजीएसटी संभागीय कार्यालय रीवा में पदस्थ सुपरिंटेंडेंट राजेश कुमार एवं जीएसटी इंस्पेक्टर रणजीत सिंह के नेतृत्व में हनुमाना जनपद पंचायत में श्रुति ट्रेडर्स एवं हर्ष ट्रेडर्स आदि के नाम से भिंडर बनाकर किए गए घोटाले में माननीय लोकायुक्त महोदय भोपाल के निर्देशन में आयुक्त कार्यालय सीजीएसटी कार्यालय जबलपुर के आदेश अनुसार भेजी गई टीम द्वारा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मध्यांचल ग्रामीण बैंक मैं सूरत ट्रेडर्स के खाते से संबंधित समस्त जानकारी जहां खंगाली गई वही उसके उपरांत श्रुति ट्रेडर्स के संचालक तथा कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत जय सिंह गहरवार पिता प्रताप सिंह गहरवार ग्राम बिझौली के घर पर छापा मार कार्यवाही की गई। यहां यह भी उल्लेख करना आवश्यक है कि जय सिंह पूर्व जनपद अध्यक्ष कल्पना सिंह के सगे जीजा हैं कल्पना सिंह 2015 से लेकर 2022 तक लगातार 7 वर्षों तक हनुमना जनपद अध्यक्ष के पद पर पदस्थ रही है श्रुति सिंह कल्पना सिंह की पुत्री का नाम है जिसके नाम से तथा हर्ष सिंह आदि के नाम से भी बेंडर बनाकर फर्जी बिल घोटाला चालू था जिसे लेकर समय-समय पर जनप्रतिनिधियों द्वारा किए गए शिकायत पर संज्ञान लेते हुए राज्य वाणिज्य कर द्वारा जांचकर प्रतिवेदन में बताया जा चुका है था कि श्रुति ट्रेडर्स नाम कि कोई फार्म पंजीकृत नहीं है एवं लोकायुक्त महोदय भोपाल को तत्कालीन जिला पंचायत सी ई ओ स्वप्निल वानखेडे द्वारा 9 फरवरी 2023 को यह कहकर समय मांगा गया था कि श्रुति ट्रेडर्स एवं अन्य फर्मों को करोड़ों रुपए का भुगतान किया गया है जो कि पूर्णरूपेण गलत है। इस प्रकार आज 17 फरवरी 2023 सोमवार को चुपचाप जिस प्रकार से सीजीएसटी टीम द्वारा श्रुति ट्रेडर्स हर्ष ट्रेडर्स आदि के नाम से बेंडर बनाकर किए गए घोटाले की छापामार कार्रवाई की गई वहीं पूर्व में राज्य वाणिज्य कर द्वारा लोकायुक्त महोदय भोपाल को दिए गए के प्रतिवेदन के आधार पर कार्यवाही हुई तो हनुमान आजम जनपद पंचायत का शायद अब तक का सबसे बड़ा घोटाला होगा।