चारों ओर गंदगी अंधकार व अव्यवस्था का रहता है आलम यात्रियों को होती है परेशानी
देवतालाब (कुंडेश्वर टाइम्स)- विंध्य ही नहीं मध्य प्रदेश व देश के कोने कोने में अपने धार्मिक महत्व एवं आस्था के लिए ख्याति लब्ध रेवा खंड में स्थापित देवाधिदेव महादेव बाबा सोमनाथ (श्रंगेश्वर महादेव) का पावन शिव मंदिर देवतालाब जहां निरंतर विकास की छटा देखने को मोहताज रहा है तो वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया का शिकार भी इस पावन शिवालय को होना पड़ा है यही वजह है कि सदियों से लेकर आज तक इस ऐतिहासिक तीर्थ स्थल का वह विकास नहीं हो सका जो वास्तविक रूप पर होना चाहिए था देश के अंदर किसी भी कोने में छोटे से छोटे धार्मिक स्थान पर यदि जाकर देखा जाए तो वहां की व्यवस्था रख रखा हुआ यात्रियों के लिए किए गए इंतजाम देवतालाब जैसे तीर्थ स्थान को काफी पीछे छोड़ दे नजर आ रहे हैं जब की पावन शिवालय देवतालाब को धार्मिक पर्यटन क्षेत्र का दर्जा दिए जाने की चर्चाएं लगभग 15 वर्षों से राजनीतिक हलकों में काफी जोर-शोर से रहती हैं और उतनी ही ज्यादा यहां अव्यवस्था व बदहाली देखने को मिलती है जिससे जहां एक और यहां आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्था में प्रभाव पड़ता है तो वही इस धार्मिक स्थल के आभामंडल पर भी प्रभाव देखा जा सकता है तमाम कोशिशों के बावजूद भी मंदिर की व्यवस्था के लिए आज तक कोई जिम्मेदार व्यक्ति तैनात नहीं किया जा सका जिससे बाहर से आने वाले यात्री कम से कम यह तो पहुंच सकें कि उन्हें पीने के लिए पानी वह रात्रि विश्राम के लिए छाया कहां नसीब होगी इतना ही नहीं मंदिर परिसर में फैली तमाम अव्यवस्थाओं पर रोक लगाने की जिम्मेदारी आखिर किसकी है यह बात भी आज तक तय नहीं हो सकी लिहाजा यह पावन शिव मंदिर आज भी व्यवस्था के लिए एक जिम्मेदार प्रबंधक की ओर टकटकी लगाए निहार रहा है ।
शिव कुंड एवं मंदिर परिसर में रहती है अव्यवस्था
शिव मंदिर परिसर स्थित शिव कुंड एवं शिव मंदिर परिसर में हमेशा अव्यवस्था व बदहाली का माहौल देखने को मिलता है जबकि शिव कुंड परिसर में दुकान लगाने इत्यादि पर प्रतिबंध लगाने की कवायद की जा चुकी है परंतु स्थानीय पंडा व पुजारियों के इशारे पर तमाम व्यवस्था को अव्यवस्था में तब्दील किया जाता है शिव कुंड के ऊपर दुकान लगाकर व्यापार करने वालों के वजह से मार्बल वा शिव कुंड परिसर की सुंदरता में भी व्यापक असर पड़ रहा है जो प्रशासन द्वारा अनदेखा किया जा रहा है ।
दिन ढलते ही छा जाता है अंधेरा असामाजिक तत्व मंदिर की संपदा को पहुंचाते हैं नुकसान
धार्मिक आस्था के प्रतीक ऐतिहासिक शिव मंदिर परिसर देवतालाब में बने ऐतिहासिक शिव कुंड परिसर में दिन ढलते ही अंधेरे का साम्राज्य कायम हो जाता है जिसका फायदा उठाकर असामाजिक तत्वों द्वारा यह कुंड में जल शुद्धिकरण के लिए पाली गई मछलियां मारने हेतु जमावड़ा लगता है इतना ही नहीं शिव कुंड परिसर में रात्रि में कोरेक्सियों का भी अपना एक दरबार लगता है । ऐसी स्थिति में रात्रि के अंधेरे में जहां असामाजिक तत्व शिव कुंड की मछलियां तो मारते ही हैं वहीं दूसरी ओर इनके द्वारा मंदिर की संपदा को भी व्यापक मात्रा में नुकसान पहुंचाया जाता है मंदिर परिसर में लगे लोहे की जाली पाइप इत्यादि तोड़कर कबाड़ी ओके हम बेच दिया जाता है जिससे यहां की व्यवस्था व्यवस्था में बदल जाती है
यात्री भी होते हैं इनका निशाना
दूरदराज से आने वाले दर्शनार्थी बड़ी संख्या में यहां कभी-कभार रात्रि रुकते हैं जिनके लिए खुला टीन सेट मंदिर परिसर में बना हुआ है सुरक्षा के अभाव में रात्रि में है पढ़ने वाले तीर्थ यात्रियों को भी असामाजिक तत्व अपना निशाना बनाते हैं एवं उनके समान इत्यादि चोरी कर ले जाते हैं लूट व चोरी के शिकार हुए यात्री दूर-दराज से आने के कारण पुलिस इतिहास के झमेले में नहीं पड़ना चाहते और वे चुपचाप अपना नुकसान सहन कर ईश्वर की मर्जी मान कर वापस चले जाते हैं
पुलिस चौकी की है नितांत आवश्यकता
शिव मंदिर देवतालाब में दिनवा रात्रि की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने एवं दूर-दराज से आने वाले तमाम श्रद्धालुओं को माकूल सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने व मंदिर की संपदा को बचाने के लिए मंदिर परिसर में स्थाई रूप से पुलिस तैनाती की मांग विगत लंबे अरसे से की जा रही है परंतु राजनीतिक स्तर पर उक्त मामले की सकारात्मक पहल न किए जाने से आज तक शिव मंदिर परिसर में सुरक्षात्मक व्यवस्था के लिए कोई सकारात्मक प्रयास नहीं किए जा सके हैं जबकि स्थानीय जनमानस सहित आम जनता व श्रद्धालुओं की भी मंशा है कि शिव मंदिर परिसर में पुलिस की तैनाती स्थाई रूप से की जाना अति आवश्यक है ।
शिव कुंड परिसर में बिजली व कूड़ेदान की है आवश्यकता
पूरे देश में जब चारों और स्वच्छ भारत मिशन व स्वच्छता अभियान के तमाम अवार्ड बांटे जा रहे हो तो वहीं गंदगी का साम्राज्य देखना हो तो देवतालाब स्थित शिव मंदिर परिसर के चारों ओर देखा जा सकता है जबकि शिव मंदिर परिसर में शिव कुंड के ऊपर कूड़ेदान का निर्माण कराए जाने की मांग निरंतर कई वर्षों से की जा रही है परंतु शासन प्रशासन व प्रबंध समिति के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा आज तक कूड़ेदान का निर्माण मंदिर परिसर में नहीं कराया गया जो भी निर्माण कार्य मंदिर परिसर में व शिव कुंड परिसर में हुए हैं वह केवल दिखावा ही साबित हो रहे हैं इतना ही नहीं शिव कुंड परिसर में चारों और बिजली की व्यवस्था नहीं होना यह अत्यंत शर्मनाक बात है जबकि शिव मंदिर परिसर के लिए बिजली विभाग से एक ट्रांसफार्मर प्रथक से लगाया जा चुका है ।…. (निरंतर अगले अंक मे)