दमोह सरकार ने 50 लीटर प्रति व्यक्ति के हिसाब से पानी देना तय किया है, यदि परिवार में 5 सदस्य हैं तो 250 लीटर पानी मिलेगा, पानी का उपयोग करके दूषित पानी नाली में बहा दिया जायेगा यह दूषित पानी नदियों तालाबों का पानी और भूमिगत पानी को भी दूषित करेगा। यदि दूषित पानी को ट्रीट करके भूमिगत जल में मिलायें या खेत में सींचे तो पानी का पुन: उपयोग होगा। इस आशय के विचार केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जल शक्ति राज्यमंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटैल ने आज जनपद पंचायत पटेरा के ग्राम लुहारी, बनगांव में आयोजित जल-अभिषेक अभियान कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किये। इस अवसर पर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ जनजाति कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग राज्यमंत्री श्री रामखेलावन पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटैल, विधायक पीएल तंतुवाय, गोपाल पटैल, जनपद अध्यक्ष बद्री पटैल, सीईओ जिला पंचायत अजय श्रीवास्तव सहित अन्य जनप्रतिनिधि मंचासीन थे।
केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटेल ने आमजन से बरसात के पानी को खेतों में एवं अन्य जगहों पर जमा करने एवं बचाये रखने का आग्रह किया। उन्होंने अतिक्रमण के संबंध में कहा सबकी जरूरतें धरती माता पूरी कर सकतीं है पर किसी की लालच की पूरी नहीं होती हैं। जरूरत मंद को मकान मिले लेकिन जहां पर मर्जी हो वहां पर अतिक्रमण कर लें यह परंपरा बंद होनी चाहिए। देश की आजादी का 75 वां वर्ष है प्रधानमंत्री जी ने बड़े साफ शब्दों में कहा हैं, हर सांसद को अपने लोकसभा क्षेत्र में 75 अमृत सरोवर बनाना हैं। इसके लिए वह खुश है क्योकि यह काम वो पहले से करते हैं। जिन तालाबों में अतिक्रमण है केचमेंट को रोका गया हैं। सारे तालाबों का केचमेंट शक्ति के साथ खोल दे। जितना फायदा मिट्टी की खुदाई में नहीं होगा उतना फायदा केचमेंट खोलने से होगा। पुराने तालाबों को भी अमृत श्रेणी में जोड़ सकते हैं।
इस अवसर पर पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ जनजाति कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग राज्यमंत्री श्री राम खेलावन पटेल ने कहा देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी ने हर जिले में लगभग 100 तालाब बनाने का संकल्प लिया हैं। आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री यहां आए हुए हैं, उनके निर्देशन पर दमोह में लगभग 100 तालाबों का निर्माण किया जायेगा, इस तालाब का 01 सप्ताह के अंदर सीमांकन हो जाएगा और काम शुरू हो जाएगा। शासन से इस तालाब हेतु लगभग 09 लाख रूपये की राशि स्वीकृत हुई हैं और बाकी जन सहयोग से काम किया जायेगा। मंत्री श्री पटेल ने कहा निश्चित रूप से तालाब की मिट्टी उपजाऊ रहती हैं, यहां की मिट्टी निकाल कर किसान अपने खेतों में ले जाए तो खेतों की भी उपज बढ़ेगी और तालाब का गहरीकरण भी हो जाएगा, जितने भी शासकीय काम हैं सरकार पैसा देती हैं और जन सहयोग के माध्यम से निश्चित रूप से वह काम जल्दी पूरा हो जाते हैं, इस तालाब का गहरीकरण करने में जनसहयोग से आवाहन हैं कि आगे आये और इस पुण्य काम में मदद करें।
मंत्री श्री रामखेलावन पटेल ने कहा इस तालाब का रकबा लगभग 10.3 हेक्टेयर हैं, लगभग 150 साल पुराना हैं, अंग्रेजों के समय इसका निर्माण हुआ था, इसके बाद इसका गहरीकरण का काम नहीं होने से यह धीरे-धीरे भराव होता गया जिससे इस तालाब में पानी नहीं भरता हैं, पहले के जमाने में लगभग 100 दिन बारिश होती थी अब कम मात्रा में वर्षा होती हैं। मंत्री श्री पटेल ने कहा निश्चित रूप से केचमेंट एरिया में तालाबों में लगभग 25-50 हेक्टेयर से पानी आता था, उस समय गांव में लगभग 50 प्रतिशत बांध हुआ करते थे, लगभग 50 प्रतिशत खेती हुआ करती थी, वाटर लेवल भी अच्छा रहता था, अब पानी का दोहन हो रहा हैं लेकिन पानी का संकलन नहीं हो रहा हैं, इसलिए देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने हर जिले में लगभग 100 तालाब बनाने का संकल्प लिया हैं।
सीईओ जिला पंचायत अजय श्रीवास्तव ने कहा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर जलाभिषेक कार्यक्रम हर साल गर्मियों में मनाया जाता है, मुख्यमंत्री जी रायसेन से इस कार्यक्रम का उद्घाटन कर रहे हैं। हर गावों में यह कार्यक्रम मनाया जा रहा हैं। गर्मियों में इसका भरपूर लाभ उठाते हुए जितना अधिक से अधिक जल संचय हम कर सकते हैं उसको करने का प्रयास किया जाये । शासकीय विभागों की योजनाएं बन चुकी हैं उन सभी कामो को शुरू किया जायेगा। उन्होंने सभी लोगों से इस अभियान में जुड़ने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी ने कहा था हर जिलों में 100-100 सरोबर बनेगें सारे सरोवर नये होगें और कोई भी सरोवर 1 हेक्टेयर से कम एरिया का नहीं होगा। इसमें इस वर्ष यह ध्यान दिया जा रहा है केवल सरोवर ना हो इसमें केचमेंट भी हो और केचमेंट लगभग 20 गुना हो। यदि एक हेक्टेयर का तालाब हो तो लगभग 20 हेक्टेयर का केचमेंट हो जिससे बारिस का पानी उसमें जमा हो। केचमेंट के बिना ताबाल का पानी कुछ की महिनों में सूख जाता हैं। केचमेंट से धीरे-धीरे पानी तालाब में आता रहता है जिससे तालाब में हमेशा पानी बना रहता हैं। इसके तहत 100 अमृत सरोवर का चयन कर लिया गया हैं इनका बहुत जल्द काम भी शुरू हो जायेगा।
उन्होंने बताया इसके अलावा पुष्कर धरोहर अभियान भी चल रहा हैं। इसके तहत पुराने तालाब, पुराने स्ट्रक्चर या पुराने डेम हैं जो 5 साल से ज्यादा पुराने हैं उनको थोड़े खर्चे से रिपेयर करके उसकी क्षमता बड़ा सकते है। इसमें गांव के लोग मछली पालन, सिंगाड़ा उत्पादन कर सकते है और सिंचाई हेतु पानी का उपयोग भी कर सकते हैं। इसके लिए लगभग 3800 संरचनाएं चयनित की गई हैं। कार्यक्रम का संचालन विपिन चौबे ने किया।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल, हटा विधायक पी. एल. तंतवाय, सांसद प्रतिनिधि डाँ आलोक गोस्वामी, रामकली तंतवाय, बहादुर पटैल, गोपाल पटैल, चंद्रभान, हेमंत चौकरिया, अनीता खरे, मनीष पलया, सरपंच राजेन्द्र सिंह, चिन्तर सिंह, एसडीएम अभिषेक सिंह ठाकुर सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की उपस्थिति रही।