रीवा (kundeshwartimes)- लोकायुक्त की रीवा इकाई ने भ्रष्टाचार के मामले में जांच के बाद 23 पंचायतों के सरपंच और सचिवों पर एफआइआर दर्ज की है। मामला अनूपपुर जिले का है, जहां पुलिया निर्माण और हैंडपंप उत्खनन से जुड़े कामों में भ्रष्टाचार किया गया।
कोतमा के मनोज सोनी ने शिकायत में बताया है कि वर्ष 2016-17, 2017-18 और 2018-19 में जनपद पंचायत अनूपपुर जिले के अंतर्गत आने वाली 17 ग्राम पंचायतों में 19 स्थानों पर पुलिया निर्माण और 23 पंचायतों में 78 जगह हैंडपंप उत्खनन के नाम पर 2.32 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार किया है।
लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया, दस्तावेजों की जांच में पाया गया कि नियम विरुद्ध भुगतान हुआ है। इसलिए 23 पंचायतों के तत्कालीन सरपंच, सचिवों के साथ फर्म संचालक पर केस दर्ज किया गया है।
पंचायतों में बिना काम के ही रुपए निकाल लिए गए
ज्ञात हो इससे पहले राशन की दुकानों पर भी कार्रवाई के दौरान भी मामला दर्ज किया गया था। करीब 1 साल पहले म.प्र. के नर्मदापुरम में राशन कार्ड में हेराफेरी कर लाखों रुपए के राशन घोटाले का मामला उजागर हुआ था। उस समय जो जानकारी सामने आई थी। उसके अनुसार यह घोटाला खाद्य विभाग की महिला फूड इंस्पेक्टर और सोसायटी के प्रबंधक ने मिलकर किया था।
इसके तहत जो आरोप सामने आए थे उसके अनुसार राशनकार्ड में हेराफेरी कर 23 माह तक शासन को 19.15 लाख रुपए की चपत लगाई। मामला साल 2008-2009 का है। आपको बता दें कि उस समय 14 साल पुराने घोटाले में कार्रवाई हुई। महिला कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी और हर्ष शिक्षित बेरोजगार मर्यादित सहकारी समिति के प्रबंधक के खिलाफ देहात थाने में केस दर्ज हुआ है। मप्र विनिदिष्ट भ्रष्ट आवरण अधिनियम की धारा 3/33, आईपीसी की धारा 420, 409,467,468 के तहत दोनों को आरोपी बनाया गया था।