अधर में पड़े कई छोटे बड़े जनहित के कार्य,देवसर ब्लाक से छिन गया सीएम राइज स्कूल,सिंगरौली से कुंडेश्वर टाइम्स ब्यूरो अनुराग द्विवेदी की रिपोर्ट

करीब एक दशक से सिहावल विधानसभा क्षेत्र में कम हुई विकाश की रफ्तार

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पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आज देवसर आगमन पर भीड़ जुटाना कांग्रेसियों के लिए बन रही चुनौती

सिंगरौली(kundeshwartimes)-सिंगरौली जिले के देवसर ब्लॉक मुख्यालय में आज मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पधार रहे हैं,वे जनसभा को संबोधित करने वाले हैं,इस कार्यक्रम को सफल बनाने क्षेत्रीय विधायक कमलेश्वर पटेल सहित तमाम कांग्रेसी नेता जुटे हुए हैं,लेकिन कार्यक्रम स्थल में भिड़ जुटा पाना कांग्रेसियों के लिए चुनौती से कम नहीं रहेगा,इसकी वजह यह है कि,क्षेत्रीय विधायक से सिहावल विधानसभा क्षेत्र की जनता असंतुष्ट नजर आ रही है,दरअसल विधायक पटेल के उपर जनता से दूरियां बढाने तथा क्षेत्र के विकाश कार्यों के प्रति उदाशीन रहने के आरोप लगते रहे हैं चर्चा है कि सिहावल विधानसभा क्षेत्र विकाश के मामले में पिछले एक दशक से काफी पीछे छूट गया है,कई अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य अधर में पड़े हुए हैं वहीं देवसर ब्लाक के लिए स्वीकृत सीएम राइज स्कूल भी छिन गया है ऐसे में क्षेत्र की जनता नाखुश नजर आ रही है,
21वीं सदी में भी सड़क बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का कुछ क्षेत्रों में अभाव अपने आप यह दर्शा रहा है कि कहीं ना कहीं जिम्मेदारों ने अपने कर्तव्यों के निर्वहन में उदाशीन रवैया अपनाया है,ऐसे में अब सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर क्या वजह है कि सिहावल विधानसभा क्षेत्र में विकाश कार्यों की गति धीमी हुई है ,इसकी सबसे प्रमुख वजह यह मानी जा रही है की प्रदेश तथा केंद्र में भाजपा की सरकार है और सिहावल विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक हैं शायद इसी वजह से विधायक को विकाश कार्य करने में कठिनाई आ रही है यदि इसी वजह से विकाश कार्य नहीं हो पा रहे हैं तो फिर जनता क्या करे ये अपने आप में चिंता का विषय है फिलहाल सिहावल विधानसभा क्षेत्र की समस्यायों एवं अधर में पड़े कई छोटे बड़े जनहित के कार्यों की सूची बहुत लंबी है लेकिन कुछ ऐसे कार्य लंबित हैं जिन्हे बहुत पहले हो जाना चाहिए

अधर में पड़े कार्यों पर एक नजर

: गुलाब सागर नहर

उल्लेखनीय है कि गुलाब सागर नहर का पानी बहरी तहसील के 42 गावों में पिछले एक दशक से स्वीकृत है इस अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य की प्रगति अत्यंत दयनीय है

: सोन नदी पुल

नकझर से बमूरी सोन नदी पर पूल निर्माण कार्य अत्यंत आवश्यक है लेकिन जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया

: बहरी तहसील में व्यवहार न्यायालय

बहरी तहसील में व्यवहार न्यायालय की अत्यंत आवश्यकता महसूस की जा रही है लेकिन आज तक अस्तित्व में नही आया

: कांग्रेस सरकार के करीब डेढ़ वर्ष के अंतराल में रेत खदानों से प्राप्त आय

करीब पंद्रह महीने कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के दौरान सीधी सिंगरौली जिले में करीब डेढ़ सौ के आसपास रेत की खदाने संचालित थीं सभी खदाने वैध थीं अथवा नही तथा उन खदानों से सरकार को राजस्व के रूप में कितना लाभ हुआ इसकी भी जानकारी जनता जानना चाहती है

: सिहावल तहसील में व्यवहार न्यायालय की आवस्यकता

सिहावल तहसील में आज तक ब्यावहार न्यायालय नहीं चालू हुआ जबकि सिहावल क्षेत्र विधायक का गृह क्षेत्र है

: जोगदहा सोन नदी पुल क्षतिग्रस्त

पिछले कई महीने से बहरी हनुमना रोड में जोगदहा सोन नदी पुल क्षतिग्रस्त है आवागवन प्रभावित हो रहा है लेकिन आज तक पुल निर्माण नहीं हुआ

: बहरी में आईटीआई कालेज नही

विधायक कमलेश्वर पटेल पिछले दो पंच वर्षीय से विधायक हैं तथा करीब पंद्रह महीने तक केबिनेट मंत्री भी रहे लेकिन बहरी तहसील में आईटीआई सैक्षणिक संस्थान की सौगात नही मिल सकी

: सीधी सिंगरौली फोरलेन निर्माण कार्य अधर में

एनएच39 सीधी सिंगरौली फोरलेन निर्माण कार्य आज तक अधर में पड़ हुआ है इसके लिए कोई कारगर प्रयास नहीं किए गए

: जिला सहकारी भवन देवसर जर्जर

देवसर ब्लाक मुख्यालय में जिला सहकारी बैंक का भवन जर्जर हो चुका है नए भवन निर्माण के लिए कोई कारगर प्रयास नहीं किए जा रहे हैं

: देवसर क्षेत्र स्टेडियम विहीन

देवसर ब्लाक में आज तक स्टेडियम नही बना है जबकि स्टेडियम निर्माण कार्य स्वीकृत हुआ था लेकिन दुर्भाग्य वश आज तक नहीं बन सका

: छिन गया सीएम राइज स्कूल

ज्ञात हो कि सिहावल विधानसभा क्षेत्र के देवसर ब्लॉक में सीएम राइज स्कूल स्वीकृत हुआ था जो अब देवसर विधानसभा क्षेत्र के वरगवां में बनेगा,मतलब देवसर ब्लाक से सीएम राइज स्कूल छिन गया, इससे देवसर ब्लॉक के लोग अपने साथ अन्याय मान रहे हैं,माना जा रहा है कि यदि सिहावल विधानसभा क्षेत्र में सत्ता पक्ष के विधायक होते तो शायद सीएम राइज स्कूल ना गया होता

: देवसर में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था का आभाव

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवसर में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं यहां सबसे बड़ी समस्या बेड का विस्तार ना होना तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है,खास तौर से स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की पदस्थापना ना होना क्षेत्र के लिए घोर अन्याय माना जा रहा है इसके लिए सिहावल विधायक अभी तक कोई ठोस पहल करना उचित नहीं समझे

: गौरवा में कंपनियों के राखड़ डंप से जीना मुश्किल

ज्ञात हो कि झखरावल गौरवा के पास पिछले लंबे अर्से से भारी मात्रा में कंपनियों का राखड़ डंप किया जा रहा गांव की कम क्षमता वाली सड़कों में दिन रात राखड़ लोड बड़े बड़े हइवा वाहन चलते रहते हैं इससे एक ओर जहां सड़क हादसों की संभावना बनी रहती है वहीं गांव की सड़कें क्षतिग्रस्त होती जा रही हैं,फसलें बर्बाद हो रही हैं,वायु प्रदूषित हो रहा है तरह तरह की बीमारियों की संभावना बढ़ रही हैं,इस विकट समस्या के प्रति क्षेत्रीय विधायक की नजर नहीं पड़ रही है

: जल जीवन मिशन की प्रगति दयनीय

सरकार द्वारा जल जीवन मिशन योजना के तहत हर घर जल उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है,सिहावल विधानसभा क्षेत्र के कई गावों में भी इस योजना के तहत कार्य होना है लेकिन दुर्भाग्य वश कुछ गांवों में अभी यह योजना नही पहुंच सकी है

कौन है इन समस्यायों का जिम्मेदार

जिस तरह से सिहावल विधानसभा क्षेत्र में समस्यायों का अंबार लगता जा रहा है ऐसे में अब सवाल यह होता है कि आखिर इन ब्याप्त समस्यायों का जिम्मेदार कौन है,क्षेत्रीय विधायक को यदि उनकी सरकार ना होने की वजह से जनहित के कार्य करने में कठिनाई आ रही है तो क्षेत्र का विकाश कैसे होगा ये अपने आप में विचारणीय पहलू है,ऐसी स्थिति में जनता के सामने तो आगामी विधानसभा चुनाव में बहुत बड़ी विसंगति खड़ी हो जायेगी क्योंकि जनता निश्चित रूप से इस उलझन में पड़ेगी की आखिर किस पार्टी के प्रत्यासी को विधायक बनाना उचित रहेगा,जनता अवश्य जिस पार्टी की प्रदेश में सरकार बनने की प्रबल संभावना रहेगी उसी पार्टी के प्रत्यासी को विधायक बनाना चाहेगी।

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