आदिवासी समाज की संस्कृति के संरक्षण हेतु ज्ञापन। झाबुआ से मनीष वाघेला

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झाबुआ नगर के सर्व धर्म, सर्व समाज एवं सर्व संगठनों के युवाओं द्वारा हिंदू समाज के अभिन्न अंग आदिवासी समाज की संस्कृति के संरक्षण हेतु ज्ञापन

झाबुआ से मनीष वाघेला

झाबुआ नगर के सर्व धर्म, सर्व समाज एवं सर्व संगठनों के युवाओं द्वारा हिंदू समाज के अभिन्न अंग आदिवासी समाज की संस्कृति के संरक्षण हेतु ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। झाबुआ में आदिवासी समाज एक लंबे समय से क्षेत्र में अवैधानिक रूप से हो रहे धर्मांतरण के विरुद्ध लड़ रहा है। आदिवासी समाज सनातन हिंदू संस्कृति की जड़ होकर हिंदू समाज का अभिन्न हिस्सा है जिसे दृष्टिगत रखते हुए सर्व हिंदू समाज इस लड़ाई में आदिवासी समाज की जायज मांगों का समर्थन करते है; जिसमें धर्म बदल चुके आदिवासियों को एसटी सूची से बाहर किए जाने की मांग की जा रही है।आदिवासी संस्कृति का संरक्षण अकेले आदिवासी समाज का ही उत्तरदायित्व नहीं है बल्कि सर्व हिंदू समाज का नैतिक दायित्व भी है।
अनुसूचित क्षेत्र को धर्मांतरण मुक्त बनाने के लिए एवं क्षेत्र में वामपंथी एवं नक्सलवादी विचारधारा के संगठनों का सर कुचलने की दिशा में क्रांतिकारी भूमिका निभाने वाले आजाद प्रेम सिंह डावर विशेष आग्रह पर उपस्थित रहे। सर्व समाज के कार्यकर्ताओं द्वारा स्वर्गीय संत खूम सिंह महाराज के संगठन आदिवासी समाज सुधारक संघ के अध्यक्ष रमेश निनामा सहित जोगा भाई सिंगार द्वारा लंबे समय से आदिवासी समाज सुधार के लिए किए जा रहे कार्यों के लिए उनका सम्मान किया गया। आयोजन में राष्ट्रीय हिंदू सेना झाबुआ जिलाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान के आह्वाहन पर बजरंग सेना झाबुआ, हिंदू जागरण मंच झाबुआ, विश्व हिंदू परिषद धर्म प्रसार झाबुआ समेत नगर के प्रमुख सामाजिक संगठनों का प्रतिनिधित्व करते हुए रोटरी क्लब झाबुआ अध्यक्ष मनोज अरोड़ा उपस्थित रहे।

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