छिंदवाड़ा(kundeshwartimes)- पूरे देश में सनातन धर्म को लेकर बहस छिड़ी हुई है. ऐसे में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर विवादित बयान देकर फंस गए हैं. इस बयान पर प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा है कि “जो व्यक्ति ऐसी बयान बाजी कर रहा है पहले उससे पूछा जाए क्या उनके माता- पिता और पूर्वज सनातन नहीं थे. जो सनातन को डेंगू और मलेरिया बोलता है. वह भी डेंगू, कोरोना और मलेरिया की औलाद है.”
डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने दिया था विवादित बयान
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने दो सितंबर को कहा था कि “सनातन धर्म कोरोना, डेंगू और मलेरिया जैसा है. इसे ऐसे ही खत्म कर देना चाहिए जिस तरीके से इन बीमारियों को खत्म किया गया है.” इसी के बाद पूरे देश में उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए गये विवादित बयान का विरोध शुरू हो गया।
छिंदवाड़ा पहुंचे पंडित प्रदीप मिश्रा
प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा छिंदवाड़ा में 5 सितंबर से 9 सितंबर के बीच पूर्व सीएम कमलनाथ के बलावे पर शिव महापुराण की कथा करने पहुंचे हैं. इस कथा के मुख्य यजमान पूर्व सीएम कमलनाथ और उनके बेटे सांसद नकुलनाथ हैं. इसी दौरान छिंदवाड़ा में मीडिया के सवाल पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने उदय निधि स्टालिन के बयान के बाद उन पर निशाना साधा है।
धर्म और राजनीति दोनों अलग विषय
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि “धर्म को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए और राजनीति को धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए. दोनों अलग-अलग विषय हैं. धर्म का अपना काम है राजनीति का अपना एक काम है. इसलिए दोनों अलग हैं.”