दमोह जिले की तेंदूखेड़ा से बड़ी खबर आई है, जहां पर ठेकेदार बीएल बरेढ़िया जो कि ठेकेदार है, तेंदूखेड़ा में उनके द्वारा नाली एवं सड़क का काम किया गया है, काम हो जाने के बाद जब भुगतान की बारी आई तो मंगलवार की दोपहर में नगर पंचायत तेंदूखेड़ा की सीएमओ और उनके बाबू ₹100000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए हैं। बताया गया है कि तेंदूखेड़ा नगर पंचायत में पदस्थ मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रकाश चंद्र पाठक और अकाउंट बाबू जितेंद्र श्रीवास्तव को ₹100000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों लोकायुक्त ने पकड़ा है। प्रारंभिक जानकारी यह प्राप्त हुई है कि सीएमओ और उनका बाबू निर्माण कार्य से संबंधित कार्य को पूरा कराने के लिए यह रिश्वत ले रहे थे। जिसकी जानकारी लगने पर सागर लोकायुक्त की टीम ने छापा मारकर सीएमओ और बाबू को पकड़ा है।
लंबे अंतराल के बाद इतनी लंबी राशि की रिश्वत लेते हुए किसी अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि नगर पालिकाओं और नगर परिषदों में इतनी लंबी राशि की रिश्वत लेना आम बात है, और ठेकेदारों के द्वारा लंबी राशि की रिश्वत दी जाती है। जिससे उनके बिल पास हो सके। इस मामले की शिकायत ठेकेदार द्वारा लोकायुक्त को किए जाने के बाद लोकायुक्त ने यह कार्रवाई की है। लेकिन सैकड़ों ऐसे मामले होते हैं, जिसमें ना तो शिकायत होती है और ना ही शिकवा और जनता के पैसों का बंदरबांट बदस्तूर जारी रहता है।