देश विरोधी शक्तियों के विरुद्ध जैन समाज द्वारा राष्ट्रीय आंदोलन प्रारंभ झाबुआ में एसडीएम को दिया गया ज्ञापन।
मनीष वाघेला
झाबुआ। 23 जून को जैन समाज द्वारा देश भर में 500 से अधिक स्थानों पर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया झाबुआ में भी राष्ट्र विरोधी एवं धर्म विरोधी भावनाओं का प्रचार प्रसार एवं देशद्रोही गतिविधियों में संलिप्त असामाजिक एवं अराजकतावादी संगठन अनूप मंडल को अनलॉफूल ऐक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट 1967 के सेक्शन 3 व 4 के प्रावधानों के अंतर्गत गैरकानूनी संगठन अधिसूचित करने एवं भारत भर में प्रतिबंधित संगठन घोषित करने संबंधी राष्ट्रव्यापी आंदोलन का आयोजन भारत भर के जैन समाज के सभी संप्रदायों का सर्वोच्च शिखर संगठन राष्ट्रीय जैन संगठन के द्वारा किया जा रहा है।
इस राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत 23 जून को जैन समुदाय द्वारा देश भर में 500 से अधिक स्थानों पर स्थानिक प्रशासन के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री के नाम से ज्ञापन दिए गए।
पिछले 5 दशकों से अनूप मंडल द्वारा सनातन धर्म और जैन धर्म के विरोध में देश के विभिन्न स्थानों पर तथा समाज माध्यमों द्वारा जोर-शोर से प्रचार किया जा रहा है।
अनूप मंडल की विभिन्न राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में प्रमुख रूप से कोरोना का प्रादुर्भाव भारत द्वारा करने का प्रचार प्रसार तथा कोरोनावायरस वैक्सीनेशन भारत की प्रजा को मारने का षड्यंत्र और संबंधी प्रचार-प्रसार का समावेश है ।
इसी परिप्रेक्ष्य में झाबुआ शहर में 23 जून को नवकार संयोजक योगेन्द्र नाहर के नेतृत्व में राष्ट्रीय जैन संगठन के मार्गदर्शन अनुसार सकल जैन श्री संघ के समाजसेवी यशवंत जी भंडारी ,प्रदीप जी संघवी , वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश जी डोशी ,शिरिष जी शाह ,आशीष जी डोशी ,विजय जी शाह ,भरतपुर के ट्रस्टी मनोहर जी छाजेड़ ,प्रमोद भंडारी ,अनिल रुनवाल ,रिंकू रुनवाल आदि सकल जैन श्री संघ द्वारा प्रधानमंत्री के नाम का ज्ञापन एस. डी. एम. श्री बघेल को सौंपा गया ।