दमोह जिले की जनपद पंचायत पटेरा की नदी नालो से खेतों के लिए जिला प्रशासन द्वारा पानी प्रतिबंधित कर दिया गया है पर अभी भी लोग इनके पानी का उपयोग खेती संबंधी कामों के लिए करते नजर आ रहे हैं पटेरा मुख्यालय से लगभग 6 किलोमीटर दूरी रमगढ़ा ,कोटा मुआरी , पाला , बररट मढ़िया , हरदुआघाट , सिमरी शुक्ल के पास से गुजरती ब्यारमा नदी में इन दिनों जगह-जगह पानी की मोटर धरी दिखाई देती हैं जो नदी के बचे हुए पानी को अनावश्य तत्तो द्वारा पानी को खाली कर रहे हैं जिस पर किसी का ध्यान नहीं गया ब्यारमा नदी में जगह-जगह पर पानी मोटर रखी हुई है जिससे नदी का पानी खाली होते हुए नजर आ रहा है क्योंकि कई लोग उरदे की फसल को लगाए हुए हैं जिससे मोटर 24 घंटा चल रही है और ऐसी भीषण गर्मी में लोग एक एक बूंद पानी को तरस रहे हैं कई ग्राम पंचायत ऐसी हैं जहां पर पानी ही नहीं है और दो दो किलोमीटर तक पानी भरने जाते हैं दमोह जिले में पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हुई है लेकिन पटेरा के वरिष्ठ अधिकारी कि इस पर नजर नहीं जा रही है और ना ही कोई ध्यान दे रहा है अगर इतनी बड़ी नदी खाली हो जाएगी तो जरा सोचिए की जो ग्राम में नल जल योजना के तहत ब्यारमा नदी से पानी पहुंचता है अगर वह नदी ही खाली हो गई तो ग्राम पंचायतों में कैसे पानी पहुंचेगा जब वाटर लेवल ही नदी का खत्म हो जाएगा नदी में पानी ही नहीं बचेगा तो लोगों की प्यास कैसे बुझेगी जल है तो कल है जल नहीं हैं तो जिंदगी खत्म हैं जरा सोचो अभी से पानी की समस्या होने लगी है तो गर्मी के लिए अभी 3 महीने और हैं तो आगे और बड़ी समस्याएं खड़ी होंगी पानी के लिए आदमी तरस जाएंगे पानी के बिन आदमी मर जाएगा क्योंकि जब इतनी बड़ी नदी ही खाली हो जाएगी तो ब्यारमा समूह नल जल योजना कैसे चल पाएगी
जब इस संबंध में कलेक्टर महोदय से बाद की तो उन्होंने कहा कि आपके द्वारा दी गई जानकारी को दिखवाकर जांच करवाता हूं