प्रदेश की राजधानी भोपाल मे लगातार बढ़ता बाइक चोरों का आतंक कार्यवाही न होने से चोरों के हौसले बुलंद

0
154

भोपाल (kundeshwartimes)- मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल जहा आप प्रवेश करते ही भोपाल पुलिस कंट्रोल रूम में लगे सी सी टी वी कैमरे की निगरानी में आ जाते है और शायद आप भी कभी न कभी आए हो कंट्रोल रूम के कैमरों की नजर में और आपके घर पर भी पहुंचा हो पुलिस का चलान की आपने ट्रैफिक रुल तोड़ा है ये कैमरे इतने अच्छे है की पुलिस इनसे चलानी कार्यवाही तो कर लेती है लेकिन बाइक चोर , कार चोर को नहीं पकड़ पाती। पता नही ये चोरी की गाड़ी चोर हवा में उड़ा ले जाते है। या पुलिस जांच ही नही करना चाहती यह तो समझ से परे है।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बाइक चोरों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पुलिस को सुस्त कार्यवाही का फायदा गाड़ी चोर लगातार उठा रहे है। सूत्रों के अनुसार भोपाल में लगातार गाड़ियां चोरी के मामले सामने आते है लेकिन पुलिस गाड़ी चोरों को पकड़ने में नाकामयाब साबित हो रही है।

बिलखिरिया थाना की घटना

अगर हम बात करे साल 2023 की तो इसी साल बाइक चोरों ने भोपाल के कोकटक बायपापास के पास बनी मल्टी से लगातार 4 से 5 बाइक चोरी की जिसकी सूचना फरियादी ने थाने में दी लेकिन अभी तक न गाड़ी का पता चला न चोरों का दिसंबर माह में 22 दिसंबर से 30 दिसंबर के बीच में ही 2 बाइक चोरी होने की रिपोर्ट थाना बिलखिरिया में दर्ज कराई गई।
चोरों ने जिले के विभिन्न इलाकों से बाइक चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया। इसके बावजूद पुलिस वाहन चोरी के बढ़ते मामले पर लगाम लगाने की कारगर व्यवस्था नहीं कर सकी है।

शहर से लेकर गांव तक चोरों का मनोबल बढ़ गया है

जिले के शहरी व ग्रामीण इलाकों से वाहन चोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। चोरों के आगे भोपाल नगर थाना सहित सभी थानों की पुलिस लाचार दिख रही है। वाहन चोरों का पता नहीं लगा पाने से अब पुलिस की कार्यप्रणाली पर लोग सवाल खड़े करने लगे हैं। चोर किसी न किसी इलाके में हर दिन वाहन चोरी कर ले जा रहे हैं। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों में वाहन चोरों की सक्रियता काफी बढ़ गई है। आलम यह है कि जिला मुख्यालय में किसी भी परिसर के वाहन सुरक्षित नहीं है।

लगातार बढ़ रहे मामले

अगर हम भोपाल देहात एस पी रेंज के अंतर्गत आने वाले बिलखिरिया थाने की बात करे तो चोरी के अधिकांश मामलों का पर्दाफाश कर पाने में थाने की पुलिस अबतक विफल रही है। जिला मुख्यालय के साथ ही सुदूर ग्रामीण इलाकों में भी वाहन चोरी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार है पुलिस चोरी के मामलों में चोरों का पता लगा पाने में विफल रहने पर पुलिस घटना को सत्य, लेकिन सूत्रहीन बताकर जांच बंद कर देती है। ऐसे में कई चोरी के मामले पुलिस की फाइलों में ही दफन होकर रह जाते हैं।

भारतीय संविधान में भारत के हर नागरिक को सामान्य अधिकार प्राप्त है और भारतीय दंड साहिता भी सभी नागरिकों के लिए सामान्य है एक आम आदमी इस उम्मीद से पुलिस के पास जाता है की उसके आवेदन में कार्यवाही होगी और उसे उसकी खोई हुई चीज मिलेगी। लेकिन उसे हमेशा की तरह निराश ही होना पड़ता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here