दमोह – जिले का गौरवशाली इतिहास है क्रांतिकारियों तथा भारत माता की आजादी के लिये अपने प्राणों की आहुतियां देने वाले राष्ट्र के शत्रुओं के दांत खट्टे करने वाले महान लोगों से इस क्षेत्र का इतिहास भरा पडा है। एैसे महानक्रांतिकारियों को केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण एवं जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने किया नमन। इस अवसर पर उन्होने दीप जलाया, नमन और स्मरण किया, उन सबका जिनको अंग्रेजों ने नीम के वृक्ष पर एक-एक करके फांसी के फंदे पर लटका दिया गया था। दमोह नगर मुख्यालय से मात्र 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित वह स्थान जहां 17 एवं 18 सितम्बर 1857 की रात्रि में एक साथ 17 लोगों को फांसी अंग्रेज मेजर किनकिनी ने फांसी दे दी थी। केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल उनकी अर्धाग्निी श्रीमती पुष्पलता सिंह एवं उनकी पुत्री सहित बडी संख्या में राष्ट्रभक्तों ने वीर सपूतों का पुण्य स्मरण किया। ज्ञात हो कि मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने ब्रम्हमुर्हत से जहां पूजनार्चन के साथ श्रमदान, स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, रक्तदान,दिव्यांग सेवा का कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस पर किया तो वहीं दिन भर विभिन्न कार्यक्रमों में सहभागिता करने के बाद वीर सपूतों का पुण्य स्मरण करने के लिये फंसिया नाला नरसिंहगढ पहुंचे।