जबेरा/ सिमरी जालम के सचिव सरपंच एवं उपयंत्री की मिलीभगत से खकरी निर्माण में हो रही भ्रष्टाचारी बिना परमिशन के जंगल के पत्थर उठाकर किया जा रहा है खकरी का निर्माण ठेकेदारों के लग रहे हैं टिन नंबर /कुंडेश्वर टाइम्स समाचार संपादक मोहन पटेल की खास रिपोर्ट

0
945

 

जबेरा के अंतर्गत ग्राम पंचायत सिमरी जालम में हो रहा है पत्थरों का अवैध खनिज संपदा का लगातार दोहन हो रहा है जिससे आज केवल यह खनिज संपदा के नाम पर कई ट्राली जंगल से अवैध रूप से पत्थर आ रहा है इस संपदा को खत्म करने में सरपंच सचिव एवं वन विभाग भी प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं ग्राम पंचायत एवं वन विभाग की मिलीभगत से जंगल की शान वहां फेले पत्थर होते हैं जिनका बड़े स्तर पर पंचायतों के कार्य में परिवहन हो रहा है और बिल लगाकर भुगतान किया जा रहा है इससे जंगल की भूमि पर भी कब्जा हो रहा है दर असल शासन के द्वारा मजदूरों को रोजगार देने के उद्देश्य पंचायतों में पैसा जारी किया है

जिससे खकरी निर्माण करनी है और मजदूरों को रोजगार देना है लेकिन सचिव सरपंच एवं उपयंत्री की मिलीभगत से 38 मजदूरों की फर्जी डिमांड डालकर राशि आहरण की जा रही है और मौके स्थल पर एक भी मजदूर कार्य नहीं कर रहा एवं जंगल के पत्थर उठाकर खकरी निर्माण करवाकर पत्थर खरीदे के बिल लगा रहे हैं पहले शांति धाम में फिर खेल मैदान में लगने लगे हैं पत्थर ग्राम पंचायत में जंगलों के पत्थरों से शांति धाम का निर्माण कराया गया अब खकरी का निर्माण किया जा रहा है खकरी के लिए पत्थरों को जंगल से उठाया जा रहा है इसके बाद भी वन विभाग और राजस्व विभाग की कोई कार्यवाही नहीं हो रही है खकरी बनाने के बाद बिलवेडर के बिल लग रहे हैं

एवं खकरी के ऊपर जो डीपीसी डलती है वह है 4 इंच की नहीं डल रही शासन की गाइड लाइन के अनुसार नहीं बनाया जा रहा है और जो खकरी निर्माण हुआ है उसमें नीचे नी नहीं खोदी गई है और निर्माण कार्य शुरू हो गया और ग्राम पंचायत जिसका उद्देश्य है कि सार्वजनिक स्थानों का घेराव किया जाए इसमें किसानों के खेतों का घेराव करना है इससे खकरी निर्माण में जो पत्थर लग रहा है वह जंगल से लाया गया है जब इसकी जानकारी मिली तो मैं वहां पर गया अन्य ग्राम पंचायतों में भी जंगल का पत्थर लग रहा है बन कर्मी भी मोन है नहीं कर रहे कोई कार्यवाही जिस में लगने वाला पत्थर खरीदा गया है अब सवाल यह है कि यदि जबेरा जनपद पंचायत में कोई कार्यवाही नहीं हो रही है

वन विभाग की मिलीभगत से जंगलों का हजारों ट्राली पत्थर प्रतिदिन लगाया जा रहा है ग्राम पंचायत के निर्माण कार्य में एवं जमीन पर कहीं पत्थर नहीं हो तो जंगल से पत्थर लाए जा रहे हैं फिर जंगल की रखवाली करने वाले वन कर्मी क्या कर रहे हैं पत्थरों का ग्राम पंचायत में अवैध रूप से खनन हो रहा है हो रहा है

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here