सिंगरौली।। गिने चुने लोगों को माजन मोड़ से पुलिस के संरक्षण में आवागमन में कोई दिक्कत नहीं होती है । वही ट्रांसपोर्टरों की माने तो कोल परिवहन मार्ग में पड़ रहे थाना चौकी जो में एंट्री दी जाती है उपखंड अधिकारी के मुताबिक किसी भी ट्रांसपोर्टर को मुख्य मार्ग माजन मोड़ से कोल परिवहन करने का आदेश नहीं है लेकिन दिखावे के लिए यातायात पुलिस कार्यवाही करती है लेकिन कोल परिवहन बंद नहीं होता है ट्रांसपोर्टरों के सूत्रों ने बताया कि माजन मोड़ से एस्सार, हिंडाल्को,सहित छत्तीसगढ़ भी भारी मात्रा में गाड़ियां कोयले का लोड लेकर जाते हैं लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं करती माजन मोड़ पर लगभग चार कैमरे लगे हैं। अगर किसी भी दिन का वीडियो उठाकर देख लिया जाए तो पुलिस विभाग की पोल खुल जाएगी।
माजन मोड़ से चल रहे कोल परिवहन का संरक्षण देने वाला यातायात विभाग बताया जा रहा है। जिसके बदले में मोटी रकम पुलिस को मिलती है तब कहीं जाकर 4 कैमरों की निगरानी में माजन मोड़ से कोल परिवहन प्रतिबंधित मार्ग से चल रहा है।
कोल परिवहन की जानकारी प्रशासनिक अमला को है लेकिन कार्यवाही सिर्फ चलानी रह जाती है। जिसके वजह से ट्रांसपोर्टरों एवं मोटर मालिकों का हौसला इतना बढ़ जाता है कि प्रतिबंधित मार्ग से रूढ़ के विपरीत होकर कोल परिवहन चलता है । पुलिस एवं जिला प्रशासन हाथ पर हाथ रख कर बैठा रहता है पुलिस की काली कमाई का जरिया बन गया है ।कोल परिवहन करने वाले मोटर मालिकों की तानाशाही एवं ट्रांसपोर्टरों की मनमानी की वजह से जिला प्रशासन एवं पुलिस व्यवस्था बे पटरी पर आ गई है।।
शेष अगले अंक में
*थाना एवं चौकियों में कितना देते है ट्रांसपोर्टर एंट्री*