रेलवे भू अधिग्रहण समेत तमाम भू अर्जन की प्रक्रियाओं में फर्जी स्टांप के सहारे करोड़ों का घोटाला होने का आरोप,कुंडेश्वर टाइम्स ब्यूरो अनुराग द्विवेदी की रिपोर्ट

डी पी शुक्ला की शिकायत पर भोपाल की तीन सदस्यीय टीम कर रही जांच, सीधी में बयान दर्ज करा कर जांच टीम को उपलब्ध कराए गए कई ठोस साक्ष्य

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निष्पक्ष जांच हो तो जिला पंजीयक सहित कईयों पर गिर सकती है गाज

सिंगरौली(kundeshwartimes) ललितपुर सिंगरौली रेल परियोजना में भू अधिग्रहण के कार्य में मुआवजा गिरोह ने फर्जी स्टांप पेपर के सहारे करोड़ों रुपए का बहुत बड़ा घोटाला किया है,वरिष्ठ कांग्रेसी नेता डी पी शुक्ला ने यह आरोप लगाते हुए बहुत बड़े घोटाले की पोल खोल दी है,उन्होंने कई साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए इस मामले की जांच भोपाल के शिकायत की है,शिकायत को गंभीरता से लेते हुए भोपाल की तीन सदस्यीय टीम जांच कर रही है जिसके जांच टीम के अगुआ जिला पंजीयक नर्मदा पुरम भोपाल के साथ सागर जिले के उप पंजीयक के साथ इटारसी के उप पंजीयक है , डी पी शुक्ला ने जांच दल को दिए गए अपने कथन में कई ठोस साक्ष्य प्रस्तुत किया है ऐसे में माना जा रहा है कि यदि निष्पक्ष जांच हुई तो कइयों पर गाज गिर सकती है फिलहाल अभी जांच चल रही है लेकिन जिस तरह से स्टांप पेपर घोटाले की बात सामने आ रही है ऐसे में जिला पंजीयक सीधी सिंगरौली अभिषेक सिंह की टेंशन बढ़ गई है और इसके साथ कई स्टांप वेंडरों की भी नींद उड़ चुकी है ,उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों सिंगरौली ललितपुर रेल परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई भूमि में मुआवजा राशि घोटाला करने के लिए एक गिरोह सक्रिय हुआ,आरोप लगाए जा रहे हैं कि इस गिरोह में पंजीयन विभाग,राजस्व विभाग तथा अन्य सफेद पोसाक धारी भी सामिल रहे,नतीजा यह निकला कि यह गिरोह रातोरात मालामाल हो गया,जबकि जमीनें दूसरे की थीं लेकिन वास्तविक रूप से प्रभावित लोगों को चाहे भले ही मुआवजा के नाम पर सिर्फ रेवड़ी बांट दी हो लेकिन इस गिरोह ने दूसरे की जमीन के नाम पर करोड़ों रुपए का वारा न्यारा कर दिया,इस गिरोह ने एक और जहां रेलवे की भारी क्षति की है वहीं स्थानीय लोगों के साथ घोर अन्याय किया है,अब इस गिरोह के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पा रही है जबकि तमाम शिकायतें हुई हैं लेकिन सभी शिकायतें सिर्फ जांच तक सीमित रह जाती हैं,हालाकि इन दिनों जिस तरह स्टांप पेपर घोटाले की जांच भोपाल स्तर की जांच टीम द्वारा चल रही है ऐसे में माना जा रहा है कि निश्चित रूप से बड़ी कार्यवाही हो सकती है।

ऐसे हुआ स्टांप पेपर में फर्जीवाड़ा

इस परियोजना में मुआवजा गिरोह ने फर्जी स्टांप पेपर का सहारा लिया,बताया जाता है कि
भूमि स्वामी के नाम से सरकारी तंत्र द्वारा फर्जी मकान पर संपत्ति लिखकर अवार्ड पारित कर लिया गया और फर्जी तरीके से भूस्वामी के नाम का स्टांप जारी कर भूमि स्वामी की राशि को प्रभाजीत कर बाहरी लोगों के नाम राशि का भुगतान कर दिया गया जब इसकी शिकायत तमाम फर्मों में की जाने लगी तो मुंह बंद कराने के लिए सरकारी तंत्र द्वारा झूठा फर्जी मुकदमा दर्ज कराए जाने लगे जिसकी जांच अब जाकर भोपाल से पंजीयन एवं कर विभाग प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी द्वारा 3 सदस्यीय जांच टीम गठित कर जांच कराई जा रही है।

भोपाल की तीन सदस्यीय टीम कर रही जांच

इस मामले की शिकायत किसान कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री डी पी शुक्ला ने पंजीयन विभाग भोपाल में की है,शिकायत को गंभीरता से लेते हुए भोपाल की तीन सदस्यीय टीम जांच कर रही हैजांच टीम के अगुआ जिला पंजीयक नर्मदा पुरम भोपाल के साथ सागर जिले के उप पंजीयक के साथ इटारसी के उप पंजीयक है , ,3 मई को शिकायत कर्ता का जांच दल ने सीधी में कथन दर्ज किया,कथन में कई ऐसे ठोस साक्ष्य प्रस्तुत कराए गए,ऐसे में इस बड़े घोटाले को अंजाम देने वालों पर कार्यवाही तय मानी जा रही है।

इनका कहना है

रेलवे भू अधिग्रहण के कार्य में स्टांप पेपर फर्जीवाड़ा होने की शिकायत पर भोपाल की तीन जांच कर रही है,इस संबंध में जांच टीम ही जानकारी उपलब्ध करा पाएगी

अभिषेक सिंह,जिला पंजीयक सिंगरौली

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