मऊगंज-(कुंडेश्वर टाइम्स)”जब तोप मुखातिब हो तो अखबार निकालो यारो” अर्थात बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान अखबार के माध्यम से जहां संभव होता था’फिर चाहे आजादी की लड़ाई रही हो या फिर शासन प्रशासन व समाज के हर उसे गलत कार्य को उजागर कर पटरी पर लाने के लिए अखबार की काफी हुआ करती थी।
लेकिन आजकल जब से तमाम पोर्टल व युटुबरो की भरमार हुई है तब से “पीत पत्रकारिता” इस कदर हावी हुई है कि कुछ वेब पोर्टल व युटुबर अपने पोर्टल की तथा यूट्यूब की टीआरपी बढ़ाने तथा अपनी रोजी-रोटी चलाने लोगों से पैसा ऐंठने के नए-नए तरीके अपनाते हुए किसी बेहद तक जाकर किसी को भी बदनाम करने से नहीं चूकते ऐसे लोगों को ना तो पत्रकारिता का अ आ इ ई ही मालूम है नहीं उन्हें किसी के चरित्र व्यक्तित्व से मतलब है और किसी पर भी कीचड़ उछलना से बाज नहीं आते हैं पत्रकारिता उनके लिए मानो बिल्ली के गले में घंटी बंधने जैसी हो गई हो। तभी तो चंद पैसों में बिकने वाले ऐसे तथाकथित पत्रकार। मां भारती की सेवा का संकल्प लेकर समूचा जीवन राष्ट्र के नाम समर्पित करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसी संस्था के प्रचारकों को भी बदनाम करने से नहीं चूक रहे इतना ही नहीं ऐसे गली है चौराहों पर वसूली बज तथा कथित पत्रकारों ने मऊगंज जिले के तमाम असहाय निरीव बेसहारा लोगों की पीड़ा की धनक लगते ही उनके घरों में जाकर उनके जीवन में देवदूत की तरह सिद्ध होने वाले मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव को भी बदनाम करने से नहीं चूके। ऐसा ही मामला मऊगंज जिले के हनुमना तहसील के मिसिरगवां गांव निवासी शुभेंद्र तिवारी का है।जिसे इन दिनों सोशल मीडिया तथा कुछ वेब पोर्टल यूट्यूब चैनलों पर भ्रामक खबरें चलाई जा रही है मानो शुभेंद्र तिवारी मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा ताकतवर डॉन बन गया हो जिसके इसारेपर में शासन प्रशासन नाच हो। सबसे पहले इस ब्राह्मण खबर को खबर चलाने वाले संतोष पांडे नमक तथा कथित पोर्टल बज के विरुद्ध सुभेंद्र तिवारीद्वारा साइबर साइबर थाना भोपाल में फिर दर्ज करते ही उसने अपने पोर्टल से उपरोक्त भ्रामक खबर को हटा दिया है जो सिद्ध करता है कि उक्त खबर पूर्णतया फर्जी थी और जेल जाने के डर से उसने उपरोक्त खबर को अपनी साइट से डिलीट मार दी है ।
क्या है पूरा मामला
शुभेंद्र तिवारी नामक युवक ग्राम मिसिरगवां का एक सामान्य युवक है तथा उसकी जमीन का आपसी विवाद के चलते नक्शा तरमीन व सीमांकन आदि को लेकर पटवारी से हुए किसी बात को लेकर नोक झोक के मामले ने इस कदर तूल पकड़ की अपने संगठन की धौंष देकर महिला पटवारी किरण मिश्रा अपने महिला होने तथा अपनी अवैध कमाई की के चंद्र रूपयों से इन वसूली बज तथा कथित युटयुबरों को खुश कर अपने पक्ष में खबरें चलवाकर अपनी दुकानदारी को चलाए रखने व कोशिश करने में जुट गई और उसे प्रेस्टीज बना लिया जिसके चलते राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रवाद समाज के आधुनिक संत माने जाने वाले गंगा जैसे पवित्र चरित्र के धनी वर्तमान में भोपाल विभाग प्रचारक सुरेंद्र कुमार, मंडल विभाग प्रचारक पंकज पांडे तथा छत्तीसगढ़ में प्रांत प्रचारक प्रमुख संजयजी जैसे मां भारती की सेवा में रात दिन एक कर लगे रहने वाले समाजसेवियों के ऊपर भी कीचड़ उछलना का प्रयास कर पत्रकारिता को भी कलंकित कर डाला है। इतना ही नहीं। जो गांव की सरपंची जीतने की औकात ना रखता हो ऐसे शुभेंदु तिवारी को इन वेबपोर्टल व युटयुबर ने अपनी खबरों में इतना शक्तिशाली बना डाला की उसे आगामी विधानसभा चुनाव में विधायकी लड़ने की बात तक कर डाली इसी से जग जाहिर है कि ऐसे लोग क्या लिख देंगे कैसी खबरें चला देंगे भगवान ही मालिक है यही कारण है आज *पीत पत्रकारिता*। के चलते लोगों का पत्रकारिता से विश्वास उठता जा रहा है। तथा पत्रकारिता कलंकित हुई है। यद्यपि संतोष पांडे ने साइबर थाना भोपाल में सुभेंद्र तिवारीद्वारा एफआईआर दर्ज कराने ते ही उक्त पोस्ट को डिलीट कर दिया किंतु भविष्य में ऐसे अपनी दुकानदारी चलाने पत्रकारिता का चोला उड़ने वाले लोगों का दुस्साहस करने की हिम्मत ना पड़े इसलिए ऐसे तथाकथित पत्रकार के विरुद्ध शासन प्रशासन सख्त से सख्त कार्यवाही नहीं की तो अपनी जेब भरने अपनी रोजी-रोटी चलने किसी के भी ऊपर कीचड़ उछलकर पत्रकारिता को भी कलंकित करते रहेंगे और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते रहेंगे । वास्तविक सच्चाई क्या है स्वयं सुभेंदु तिवारी ने वायरल वीडियो में हकीकत बताते हुए उत्तम महिला पटवारी तथा ऐसे युटयुबरों को बेनकाब किया है। देखिए इस वीडियो मे