पन्ना – कोतवाली थाना क्षेत्र के चीमाट में एक आदिवासी कि हत्या हुई थी। दिनांक 09/12/2019 को जिला चिकित्सालय पन्ना से तहरीर के माध्यम से थाना कोतवाली पन्ना में सूचना प्राप्त हुई थी कि मोहन आदिवासी पिता शंकर आदिवासी उम्र 55 वर्ष निवासी चीमट पन्ना का इलाज हेतु जिला अस्पताल में भर्ती हुआ था जिसकी मृत्यु हो गई है । सूचना प्राप्त होने पर थाना कोतवाली पन्ना मे मर्ग क्रमांक 99/19 धारा 174 जाफौ का कायम किया जाकर जाँच में लिया गया था। जाँच दौरान थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक हरी सिंह ठाकुर द्वारा घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया एवं गवाहो के कथन लिये गये जिससे जानकारी प्राप्त हुई की मोहन आदिवासी दिनांक 08/12/2019 को रात करीब 08.00 बजे अपने घर से राजा के खेत की रखवाली हेतु बोलकर गया था जो दिनांक 09/12/2019 को सुबह 05.00 बजे दुबे तालाब में घायल अवस्था में पडा मिला था किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उसके साथ मारपीट की गई थी जिससे उसे सिर मे एवं गुप्तांग में चोटे आयी जिसके इलाज हेतु जिला अस्पताल पन्ना में भर्ती कराया गया था, जहाँ उसकी इलाज दौरान मृत्यु हो गई थी। पी.एम. रिपोर्ट पर डॉक्टर द्वारा मृतक मोहन आदिवासी के सिर में पीछे दाहिने तरफ हड्डी में फ्रेक्चर होने से मृत्यु होना लेख किया गया था जो प्रथम दृष्टया अपराध हत्या का होना पाये जाने से थाना कोतवाली में दिनांक 11.12.2019 को अपराध क्रमांक 822/19 धारा 302 भा.द.वि. का कायम किया जाकर विवेचना में लिया गया। उक्त मामले की सूचना थाना प्रभारी कोतवाली पन्ना द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई, मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक पन्ना मयंक अवस्थी के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना बी.के. एस. परिहार एवं अनु.वि. अधि. पन्ना आर.एस. रावत के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी कोतवाली के नेतृत्व में अज्ञात आरोपियो की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा स्वयं घटना की समय समय पर मॉनीटरिंग की गई एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। पुलिस टीम द्वारा अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया एवं तकनीकि सहायता से आरोपियो की गिरफ्तारी हेतु लगातार प्रयास किये गये। काफी प्रयासो के बाद दिनांक 16.05.2020 को कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक हरी सिंह ठाकुर एवं सिविल लाइन चौकी प्रभारी उनि अभिषेक पाण्डेय को विश्वस्त मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि मोहन आदिवासी हत्याकाण्ड में उन्हें 1. संजय बैद्द पिता ज्ञानेन्द्र बैद्ध (बंगाली) निवासी कुंजवन 2. भुर्री आदिवासी पिता रज्जू आदिवासी उम्र 35 वर्ष निवासी चीमट पन्ना पर संदेह है। मुखबिर द्वारा प्राप्त सूचना को आधार मानते हुये चौकी सिविल लाइन प्रभारी के नेतृत्व मे पुलिस टीम द्वारा उक्त दोनो संदेही व्यक्तियो के घरो में दबिश दी गई जो दोनो व्यक्ति अपने अपने घरो में मिले पुलिस द्वारा पूँछताछ करने पर आरोपी संजय द्वारा बताया गया कि आज से करीब 5 माह पहले 08/12/2019 को रात करीब 08-09 बजे बारी दुबे तालाब की बंधान के पास मै , शिवलाल, भुर्री, गोपाल बैठकर दारू पी रहे थे तभी गाँव का मोहन आदिवासी वहाँ आया वह भी हम लोगो के साथ बैठकर दारू पीने लगा कुछ समय बाद शिवलाल की पत्नी ने आवाज लगाकर शिवलाल को घर बुला लिया। फिर मैं, भुर्री एवं गोपाल के उठकर छैका के पास पहुँचे तो मृतक मोहन आदिवासी मुझसे विवाद करने लगा विवाद सुनकर गोपाल थोडा आगे चला गया जो विवाद में शामिल नही था लेकिन उसके द्वारा पूरी घटना देखी गयी है, विवाद सुनकर भुर्री आदिवासी ने मोहन को पीछे से पकडकर मुँह दबा लिया था और मैंने जेब से चाकू निकालकर गले में मारा जो मोहन के गाल के पास दाढी मे लगा मोहन नीचे गिर गया तो भुर्री ने वहीं पडा डंडा उठाकर मोहन को मारा जो उसके सिर में पीछे लगा एवं मैने मोहन के गुप्तांग में लाते मारी जिससे मोहन वही गिर गया फिर हम दोनो मोहन को टाँगकर दुबे तालाब की रास्ता में डालकर भाग गये थे। आरोपियो द्वारा जुर्म स्वीकार करने पर आरोपियो द्वारा बताये गये स्थान से आरोपी संजय बैद्द से घटना में प्रयुक्त चाकू एवं आरोपी भुर्री आदिवासी से घटना में प्रयुक्त डंडा (बेंत) जप्त कर दोनो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया। जिन्हे माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
उक्त सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी कोतवाली पन्ना निरीक्षक हरी सिंह ठाकुर, चौकी प्रभारी सिविल लाइन उनि अभिषेक पाण्डेय, उनि एम.एल. यादव, प्र.आर. अशोक शर्मा, रामकृष्ण पाण्डेय, हाकिम सिंह, आरक्षक राकेश पटेल, सलीम अली, कमलेश व्यास, रोहित बागरी, बेटालाल, शिशुपाल, मृगेन्द्र, बृम्हदत्त शुक्ला एवं सायबर सेल टीम से नीरज रैकवार, आशीष अवस्थी, धर्मेन्द्र सिंह राजावत का सराहनीय योगदान रहा। पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा उक्त पुलिस टीम को उद्घोषित इनाम देने की घोषणा की गई है।