ताबड़तोड़ हत्याकांड से दहला उत्तराखंड,30 घंटे में पांच हत्याओं से दहला उत्तराखंड, दो का हुआ खुलासा, तीन की जांच बनी पुलिस के लिए चुनौती

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देहरादून/उत्तराखंड (kundeshwartimes): उत्तराखंड जैसे शांत प्रदेश में बीते 30 घंटे में पांच हत्याएं हुई हैं. राजधानी देहरादून से लेकर हरिद्वार तक हुई पांच हत्याओं से पूरा प्रदेश दहल गया था. पहली हत्या मसूरी हुई थी, जहां एक व्यक्ति का शव होटल के रूम में मिला था. दूसरी हत्या देहरादून में हुई थी. वहीं हरिद्वार की बात की जाए तो यहां 24 घंटे के अंदर तीन हत्याएं हुईं.

मसूरी के होटल में हत्या

 कत्ल का पहला मामला 11 सितंबर सुबह को देहरादून जिले के मसूरी से सामने आया था. यहां एक होटल के कमरे में 24 साल के कपिल चौधरी की लाश मिली थी. कपिल चौधरी हरिद्वार जिले के रुड़का रहने वाला था. चौधरी के पिता यूपी पुलिस में दरोगा हैं.

महिला और दोस्त के साथ होम स्टे में रुका था युवक

कपिल चौधरी के परिजनों की मानें तो वो अपने दोस्त के साथ मसूरी घूमने गया था, लेकिन किसी को नहीं पता था कि वो अब कभी घर लौटकर वापस नहीं आएगा. बताया जा रहा है कि कपिल अपने एक दोस्त और महिला के साथ मसूरी के होमस्टे में रुका था.

खून से लथपथ कमरे में पड़ा था शव

 सीटीटीवी फुटेज में सामने आया कि देर रात को तीनों खाना पीना खाकर अपने रूम में लौटे थे. होमस्टे वाले ने कपिल की एक ही आईडी पर तीन लोगों को ठहरने की परमिशन दी थी. बताया जा रहा है कि सुबह सफाई कर्मचारी कमरे में गया तो वहां का नजारा देखकर उसके होश उड़ गए, क्योंकि कपिल चौधरी का अर्धनग्न शव खून से लथपथ कमरे में पड़ा हुआ था.

होमस्टे मालिक ने तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी

पुलिस मौके पर पहुंची और अपनी जांच पड़ताल शुरू की. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो मालूम हुआ कि हत्यारे हत्या करने के बाद 11 सितंबर सुबह लगभग 5:00 बजे होम स्टे से निकल गए थे. इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने तकिया और बेडशीट को होम स्टे के दूसरी तरफ फेंक दिया था. आरोपियों ने बढ़ी निर्मम तरीके से कपिल की हत्या की थी. दोनों ने पहले किसी धारदार हथियार से कपिल का गला रेता और फिर उसका शव बेड के नीचे छुपा दिया था।

आरोपियों की गाड़ी डोईवाला टोल प्लाजा में कैद हुई

 पुलिस की जांच में सामने आया कि जिस गाड़ी से कपिल मसूरी आया था, उस गाड़ी से हत्यारे फरार हुए थे. उस गाड़ी ने 11 सितंबर सुबह करीब सात बजे हरिद्वार-देहरादून रोड पर स्थित डोईवाला टोल प्लाजा क्रास किया था. हालांकि अभी पुलिस हत्या की वजहों का पता नहीं लगा पाई है. पुलिस सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है. इस मामले में दोनों ही आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं.

लेफ्टिनेंट कर्नल ने कर दी बार डांसर प्रेमिका की हत्या

 देहरादून पुलिस अभी तक मसूरी हत्याकांड की गुत्थी भी नहीं सुलझा पाई थी कि उससे पहले देहरादून में रायपुर क्षेत्र में एक और कांड हो गया. यहां थानो के जंगलों में एक महिला की लाश मिली. महिला के शरीर पर चोट के कई निशान थे, उसके सिर पर भी कई वार किए गए थे. पुलिस को आशंका थी कि महिला की हत्या सिर पर चोट लगने के कारण हुई है. ये केस पुलिस के लिए एकदम ब्लाइंड था.

कपड़ों ने कातिल तक पहुंचाया

 एसएसपी के निर्देश पर पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाकर मामले की जांच शुरू की गई. पुलिस के लिए पहली चुनौती मृतक महिला की शिनाख्त करना था. पुलिस टीम की नजर महिला के कपड़ों पर पड़ी तो पता चला कि वो नए थे, यानी उन्हें देखकर ऐसा लग रहा था कि वो पहली बार पहने गए हैंपुलिस ने महिला के कपड़ों पर लगे टैग के बारे में जानकारी निकाली तो पता चला कि देहरादून की ही एक नामी कंपनी के यहां से इन कपड़ों को खरीदा गया था. इसके बाद पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला और शोरूम से भी जानकारी जुटाई.

सही ठिकाने पर पहुंची पुलिस

 जांच के दौरान जब पुलिस शोरूम पहुंची तो कर्मचारियों ने बताया कि इन कपड़ों की पैमेंट कार्ड से की गई है और वो कार्ड 42 साल के रामेन्दु उपाध्याय के नाम से है. अब पुलिस रामेन्दु उपाध्याय के बारे में जानकारी जुटाने में लग गई।

गाड़ी से मिले अहम सुराग

इसके बाद पुलिस ने उस गाड़ी के बारे में पता लगाया, जिसमें बैठकर दोनों कपड़े खरीदने पहुंचे थे. साथ ही साथ तमाम उन जगहों के कैमरे भी देखे गए, जहां पर यह लोग कपड़े खरीदने के बाद और कपड़े खरीदने से पहले घूमे थे. पुलिस को इस बात की पुष्टि हो चुकी थी कि जिस गाड़ी से यह लोग कपड़े खरीदने आए हैं, वही गाड़ी हत्या वाली रात उस इलाके में घूम रही थी जहां महिला की लाश मिली है.अपनी पूरी जांच पड़ताल करने के बाद पुलिस ने आरोपी रामेन्दु उपाध्याय को हिरासत में लिया. पुलिस ने जब रामेन्दु उपाध्याय से पूछताछ की तो सामने आया कि वो देहरादून के क्लेमेंटाउन में सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात है और इससे पहले सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल में तैनात था.

आरोपी ने पुलिस को बताया सच

पहले तो आरोपी पुलिस को इधर-उधर की बातों से गुमराह करता रहा, लेकिन बाद में वो टूट गया और उसने सारा सच पुलिस को बता दिया. आरोपी ने पुलिस को बताया कि जिस महिला की हत्या हुई है, उससे वो साल 2020 में सिलीगुड़ी में मिला था, जो नेपाल की रहने वाली थी और वहां पर बार डांसर थी.पुलिस के मुताबिक आरोपी और बार डांसर के बीच धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ने लगी. दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बने. आरोपी का जब ट्रांसफर देहरादून हुआ तो वो बार डांसर को भी अपने साथ दून ले आया और उसे परिवार से अलग एक फ्लैट दिला दिया ताकि उसके बीबी-बच्चों को कुछ पता नहीं लग सके।

बार डांसर बना रही थी शादी का दबाव

पुलिस का कहना है कि बार डांसर आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल पर लगातार पत्नी का दर्जा देने के लिए दबाव बना रही थी, जिसके लिए लेफ्टिनेंट कर्नल तैयार नहीं था. इसीलिए दोनों के बीच विवाद होता रहता था. आखिर में परेशान होकर लेफ्टिनेंट कर्नल ने महिला को मारने का प्लान बनाया.पुलिस ने बताया कि प्लान के अनुसार आरोपी ने महिला को मिलने के लिए बुलाया और फिर गाड़ी में ही बैठाकर उसे शराब पिलाई. इसके बाद लॉन्ग ड्राइव के बहाने आरोपी महिला को कहीं दूर ले गया और वहां उसके सर पर हथौड़े से हमला कर दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. हत्या के आरोपी ने महिला का शव थानो के जंगलों में फेंक दिया, लेकिन महिला के पहने हुए कपड़ों की मदद से पुलिस आरोपी तक पहुंच गई और इस पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया।

हरिद्वार में गंगा किनारे हत्या

 अभी उत्तराखंड पुलिस ने देहरादून में एक हत्याकांड की गुत्थी सुलझाकर आरोपी को सालाखों के पीछे भेजा था कि हरिद्वार में एक और हत्या का मामला सामने आ गया. यहां सरेआम युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई. दिनदहाड़े हुई इस वारदात ने कानून-व्यवस्था पर ही सवाल खड़े कर दिए थे.पुलिस ने जब इलाके में सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो हमलावर एक नहीं बल्कि तीन दिखे. पुलिस ने अपनी जांच में यह भी पाया कि जिस युवक की हत्या की गई है, उस युवक के ऊपर भी लगभग 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं. जिसका नाम करण उर्फ कन्नू था, जिसकी उम्र करीब 20 साल थी, लेकिन मामला चूंकि हत्या से जुड़ा था, ऐसे में पुलिस ने अलग-अलग टीमों को कई इलाकों में भेजा.

सोते समय मारी गोली

बताया जा रहा था कि करण उर्फ कन्नू गंगा के पुल के नीचे सो रहा था, तभी तीन बदमाशों ने उसे गोली मारी और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया. पुलिस को इस मामले में पहली सफलता तब हासिल हुई जब सीसीटीवी फुटेज में इस बात की पुष्टि हो गई कि आरोपी हर्षित चड्ढा है, जो हरिद्वार का ही रहने वाला है.
19 सालों के युवकों ने दिया हत्या को अंजाम: घटना के बाद पुलिस ने अपने मुखबिर को सक्रिय किया और कुछ ही घंटे बाद आरोपी तक पहुंच गई. पकड़े गए आरोपी ने बताया कि कुछ समय पहले कन्नू के साथ उसका मामूली सा विवाद हो गया था, जिसके बाद उसने यह ठान लिया था कि इसकी हत्या करनी है. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किए गए तमंचे को भी बरामद कर लिया है. हैरानी की बात यह है कि मृतक 20 साल का है जबकि उसको मरने वाले लड़के 19 साल के हैं. पुलिस ने इस मामले का चंद घंटों में खुलासा कर दिया था.

डॉक्टर की हत्या

 करण हत्याकांड के आरोपी को पुलिस ने जेल भेजा था कि एक और हत्याकांड से हरिद्वार दहल गया. कनखल थाना क्षेत्र के बैरागी कैंप में 70 साल के डॉक्टर अशोक चड्ढा की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी. डॉक्टर अशोक चड्ढा की लाश सेवाश्रम संस्था के कमरे में मिली थी. डॉक्टर अशोक चड्ढा की लाश को सबसे पहले केयरटेकर ने देखा था, उसी ने पुलिस को मामले की सूचना दी थी.पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. हालांकि अभीतक हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है. जब केयरटेकर ने डॉक्टर अशोक चड्ढा का शव देखा तो वो खून लथपथ था. हालांकि अभीतक पुलिस किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है. डॉक्टर अशोक चड्ढा की हत्या अभी एक गुत्थी ही बनी हुई है.इस मामले में हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह का कहना है कि बेटी और केयरटेकर दोनों से जानकारी लेने पर भी किसी तरह का इनपुट फिलहाल सामने नहीं आया है, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है. हरिद्वार में यह दोनों घटनाएं 11 सितंबर को घटी थी और आज यानी 12 सितंबर की सुबह एक और शव और मिलने से हड़कंप मच गया।

24 घंटे में तीसरी हत्या

दो हत्या के बाद हरिद्वार के ज्वालापुर थाना क्षेत्र के आर्य नगर इलाके में लगभग 45 वर्ष के व्यक्ति की लाश मिलने से पुलिस के माथे पर बाल आ गया. हरिद्वार पुलिस का कहना है कि मृतक के सिर को पत्थर से कुचल कर उसकी हत्या की गई है. फिलहाल मृतक की पहचान जयदेव के रूप में हुई है, जो मजदूरी किया करता था.डॉक्टर अशोक चड्ढा और मजदूर जयदेव की हत्या के खुलासे के लिए पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं. पुलिस ने दावा किया है कि जल्द से जल्द वो इन दोनों मामलों का खुलासा कर देगी. पुलिस ने अभी तक जिन मामलों का खुलासा किया है, उन में सीसीटीवी फुटेज ने अहम रोल निभाया है. ऐसे में सरकार को सुरक्षा की दृष्टि से इस बात पर ध्यान अधिक केंद्रित करना होगा कि सीसीटीवी कैमरे की संख्या भी तमाम पर्यटक स्थलों पर बढ़ाई जाए और साथ ही साथ जो कैमरे महत्वपूर्ण स्थान पर बंद पड़े हैं उन्हें दुरुस्त किया जाए.

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