मन्नत की कामना और मन्नत उतारने के लिए लोग तरह-तरह के जतन करते हैं।
थांदला से मनीष वाघेला
मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में तो मन्नतधारी सड़क पर लेटकर अपने उपर से गायों को निकलने देते हैं। मान्यता है कि दीपावली के अगले दिन पड़वा पर ऐसा करने से मन्नत पूरी होती है। थांदला, आगलीयापाड, रूडीपाड़ा, अन्य और जगह सहित अन्य गांवों में गाय और ग्वालों के पारंपरिक रिश्तों का पर्व गाय-गोयरी पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। इस मौके पर गायों को खास तौर से मोर पंख, मेहंदी और रंग लगाकर सजाया जाता है, जिन्हें लोग अपने ऊपर से गुजारते हैं। जिनके ऊपर पैर रखकर गाय निकल जाती है वे अपने को भाग्यशाली मानते हैं। उसी दिन गोवर्धन पूजा अन्नकुट का त्यौहार है इस में महिलाएं गोबर से भगवान गोवर्धन बनाती है तथा इनकी पूजा करती है इसके साथ गायो की भी पूजा करती है इस दिन लक्ष्मी नारायण मंदिरमंदिरों में अन्नकूट महोत्सव मनाया जाता है भगवान कृष्ण के प्रतिक रूप में गोवर्धन जी को छप्पन भोग से भोग लगाया जाता है और इसका प्रसाद वितरण किया जाता