धर्मदास गण नायक का चातुर्मास थांदला में – सकल संघ में हर्ष,थांदला से कुंण्डेश्वर टाइम्स ब्यूरो मनीष वाघेला की स्पेशल रिर्पोट

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थांदला। जिन शासन गौरव जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी म.सा. “अणु” के अंतेवासी शिष्य धर्मदास गण के नायक प्रवर्तक पूज्य गुरुदेव श्री जिनेंद्रमुनीजी आदि ठाणा के आगामी वर्ष 2020 चातुर्मास की द्रव्य क्षेत्र काल भाव सर्व आगर सहित थांदला की घोषणा होते ही सकल जैन संघ में हर्ष की लहर दौड़ गई। उक्त जानकारी संघ मंत्री प्रदीप गादिया व प्रवक्ता पवन नाहर ने दी। ज्ञातव्य है कि विगत होली चातुर्मास के दौरान पूज्यश्री का चातुर्मास नमकमंडी उज्जैन को मिला था परंतु वहाँ के संघ की उदारता रही कि वर्तमान कोरोना संक्रमण काल की परिस्थिति को देखते हुए उन्होंने भी पूज्यश्री को विनंती पत्र देते हुए उन्हें उज्जेन चातुर्मास बदलने के लिये राजी कर लिया, सन्त समाज को किसी भी प्रकार का कष्ट ना हो व वे स्वस्थ रहकर जिनशासन की प्रभावना कर अपने आत्म लक्ष्य को साध सके इस दृष्टि से लिया गया उनका त्याग युक्त निर्णय महान है। अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहे पूज्य प्रवर्तक देव बदनावर विराजे थे तब थांदला स्थानकवासी जैन श्रीसंघ अध्यक्ष जितेन्द्र घोड़ावत के नेतृत्व में धर्मदासगण परिषद संयोजक भरत भंसाली, वरिष्ठ श्रावक नगीनलाल शाहजी, कनकमल घोड़ावत, रमेशचन्द्र चौधरी, महेश व्होरा आदि पूज्य श्री के श्रीचरणों में उपस्थित होकर सुरक्षित क्षेत्र थांदला में आगामी वर्षावास करने की विनंती की। बदनावर, धार, मेघनगर, झाबुआ, कल्याणपुरा, पेटलावद आदि संघ भी पूज्य श्री से थांदला चातुर्मास का अनुनय किया। सभी की भावनाओं को देखकर पूज्यश्री ने आगामी चातुर्मास थांदला घोषित कर दिया।

पूज्या श्री निखिलशीलाजी म.सा. आदि ठाणा के चातुर्मास से चतुर्विध संघ की स्थापना

जैन धर्म में आराधना के लिये आगार व अणगार धर्म प्रमुख है। पूज्या श्रीनिखिलशीलाजी म.सा. आदि ठाणा के आगामी वर्षावास की घोषणा भी पूज्यश्री ने थांदला को प्रदान कर दोहरी खुशी का लाभ दिया है। इस कारण साधु – साध्वी की छत्रछाया में श्रावक – श्राविका रूप चतुर्विध संघ रूप धर्म आराधना कर स्व पर का कल्याण करेंगे।

पूज्य श्री दिलीपमुनिजी आदि ठाणा का विहार – अणुवत्स का मंगल प्रवेश

आगामी वर्षाकाल कल्प चातुर्मास में अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिये थांदला नगर में सन्तों का आवागमन चालू है। थांदला संघ पर कृपा करते यहाँ विराजित पूज्य श्री दिलीपमुनिजी, पूज्यश्री हेमन्तमुनिजी, पूज्यश्री रविमुनिजी ठाणा 3 उग्र विहार कर मेघनगर पहुँच गए है उनका आगामी वर्षावास गुजरात के दाहोद में है वही नागदा (धार) चातुर्मास हेतु पधार रहे अणुवत्स पूज्य श्री संयतमुनिजी, पूज्यश्री चन्द्रेशमुनिजी आदि ठाणा का आज खवासा की ओर से मंगल प्रवेश हुआ। सभी सन्त – सतियाजी की विहारचर्या सुखसाता पूर्वक हुई।

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