कुशलगढ़ बना “कोरोना हॉट स्पॉट” एक रात में कोरोनाग्रस्त की संख्या 12 से 24 पर जा पहुची,कुशलगढ़ से कुन्दन अरोड़ा के साथ माणक लाल जैन की रिपोर्ट

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थांदला – नगर से मात्र 14 किमी दूरी की राजस्थान सिमा के कुशलगढ़ कस्बे में 4 अप्रेल को 2 कोरोनाग्रस्त (पिता-पुत्र) की संख्या प्रतिदिन बढ़ते हुए मात्र एक सप्ताह (10 अप्रेल) में दो दर्जन तक जा पहुची । गुरुवार को कोरोनाग्रस्त एक दर्जन के आंकड़े पर थे वह देर रात की रिपोर्ट आने पर सीधे दोगुना ही जाने से केवल कुशलगढ़ ही नही मध्यप्रदेश के लगे जिलों के लिए भी चिंताजनक व भयग्रस्त बन गए । विशेषकर थांदला क्षेत्र के लिए सबसे ज्यादा चिंताजनक व डरावना मामला इसलिए बन गया कि इस क्षेत्र के अनेक ग्रामो के ग्रामीण अंचल की सीमा तो मात्र 1-2 किमी ही रह जाती है ।
शुक्रवार को जब कुशलगढ़ में कोरोनाग्रस्त लोगो की संख्या सीधी दोगुना होकर 24 हो गई वैसे ही नगर व ग्रामीण अंचलों में भय का ऐसा सन्नाटा दिखाई दिया की मानो कोरोना का बहुत थांदला में आ पहुच हो । नगर के हर गली मोहल्ले सुनसान हो गए, लोग घरों से बाहर झांकते भी नही दिखाई दिए । लॉक डाउन के बाद नगर में ऐसा नजारा पहली बार देखे मिला ।
कुशलगढ़ में 4 अप्रेल को 2 की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन ने नगर के 3 किमी क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया । प्रतिदिन बढ़ती जा रही पॉजिटिव मरीजो की संख्या के बाद वहां के हालात गंभीर हो गए । 4 अप्रेल के पूर्व सम्पूर्ण बाँसवाड़ा जिले में कोरोना का एक भी पॉजिटिव मामला नही था । कुशलगढ़ के 24 कोरोनाग्रस्त मिलने पर यह स्थान जहाँ “कोरोना हॉट स्पॉट” बन गया वही बाँसवाड़ा जिला 6ठे स्थान पर पहुच गय्या ।

525 में से 216 की जांच हुई

नगर में अभी तक केवल एक ही वार्ड क्रमांक 12 के एक ही बोहरा समुदाय के सदस्य कोरोनाग्रस्त हुए है । इस वार्ड में इस समुदाय के 525 सदस्य हे जिनमे 216 लोगो के सेम्पल जांच हेतु भेजे गए थे 309 लोगो की अभी जांच की जान है जिसमे बुधवार व गुरुवार को 150 लोगो के सेम्पल भेजे गए है । पूर्व के भेजे गए सेम्पल में 43 लोगो की रिपोर्ट नेगेटिव होने से प्रशासन ने राहत की साँस ली थी परन्तु गुरुवार देर रात शेष 16 की रिपोर्ट में 12 फिर पॉजिटिव आ जाने से शासन प्रशासन से लेकर आम लोगो यहां तक कि सीमावर्ती क्षेत्र के निवासीयो को भी टेंशन में ला दिया । उदयपुर के विशेषज्ञ चिकित्स्क दल शेष लोगो की जांच कर रहा है ।

पॉजिटिव रिपोर्ट की बढ़ सकती संख्या

अभी चिकित्सको का दल पुलिस के साथ वार्ड में घुम रहा है परन्तु लोग घरों से न बाहर निकल रहे न जवाब दे रहे है, कई घरों में लोगो ने बाहर ताले लगा दिए व अंदर कैद हो गए है । प्रशासन ने इन गलियों के सभी रास्ते बेरिकेट व टाट बांधकर बन्द कर दिए है । शेष लोगो के सेम्पल लेने व जांच रिपोर्ट आने के बाद यह संख्या काफी बढ़ने की उम्मीद दिखाई दे रही है क्योंकि प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अमले ने कुछ सूत्रों की जानकारी के पश्चात इस समुदाय से जुड़े चार वार्डो में रहने वाले सभी लोगो की जांच किये जाने का निर्णय लिया है ।

कोरोना फैलने का क्या है सूत्र

कुशलगढ़ “कोरोना हॉट स्पॉट” नगर बनने के पीछे प्रशासन व स्वास्थ्य अमले को कोरोना पीड़ितों से जो सूत्र मीले है उसके अनुसार 26 फरवरी से 31 मार्च के मध्य में इस समुदाय के चार आयोजन हुए थे जिसमें अन्य शहरों के अलावा विदेश से भी समाजजन शामिल हुए थे । इन कार्यक्रमो में ही किसी अनजान कोरोनाग्रस्त के कारण यह वायरस अन्य लोगो तक फैलता गय्या । 26 फरवरी को समुदाय में एक शादी का कार्यक्रम हुआ था तथा एक मार्च को रिसेप्शन का आयोजन था जिसमे नगर व बाहर के बढ़ी संख्या में जहां समाज के लोग शामिल थे वही कुवैत से भी लोग आए थे इसमें कोरोना पॉजिटिव व्यापारी भी शामिल हुआ था । यहां से संक्रमण फैलने की आशंका जताई जा रही है ।
तीसरा 17 मार्च को एक बरसी का आयोजन हुआ था जिसमे समुदाय के स्थानीय के अलावा बाहरी लोग भी शामिल हुए थे । चौथा आयोजन 31 मार्च को एक मृत महिला के जनाजे में सामूहिक रूप से शामिल होने तथा फातिमा पढ़ने का है । अब किस आयोजन में कोन कौन शामिल हुआ व कौन कोरोनाग्रस्त था इस दिशा में रेपिड रिस्पॉन्स टीम जांच में जुटी है ।

कुछ सीधे अस्पताल पहुचे

कुशलगढ़ के आयोजनों में बाँसवाड़ा से शामिल हुए समाज के लोग अब भयभीत होकर खुलकर घटनाक्रम बताने लगे है । बाँसवाड़ा के चिकित्सालय में 9 व्यक्ति स्वयं पहुच गए व अपनी व्यथा सुनते हुए जांच की मांग की है । वही पुलिस ने भी इस बारे में खोजबीन की तो 2 कालोनी के 6 व्यक्ति सामने आए । 31 मार्च को मृत हुई महिला जब बाँसवाड़ा में भर्ती थी तब वहां खाना ले जाने में मुस्लिम कालोनी के 3 व्यक्ति संपर्क में थे । उन्हें भी बाँसवाड़ा चिकित्सालय में पुलिस ने खोजकर भर्ती किया । इधर कुशलगढ़ के निकट थांदला के खवासा चौकी क्षेत्र से लगे छोटी सरवा में भी एक युवक अहमदाबाद से हाल ही में लोटा था जिसे सर्दी, खासी व बुखार था उसे भी संदिग्ध मानते हुए भर्ती किया गया ।

कलेक्टर से मिले रखी यह मांग

कुशलगढ़ के बाहर समुदाय के लोग खुलकर जांच में इसलिए शामिल नही हो रहे है कि उन्हें टीएसडी हॉस्टल में रखने की वयवस्था सही नही लग रही है वहा वर्तमान में 125 महिला पुरुष पहले से ही है और व्यवस्थित लेट बाथ नही है । यह बात उस वक्त सामने आई जब गुरुवार की बाँसवाड़ा के समाज का एक प्रतिनिधि मंडल जिला कलेक्टर कैलाश बैरवा से मिला व उन्हें यह कारण बताते हुए मांग रखी कि बोहरा समुदाय सर्व सुविधा का आदि है कुशलगढ़ के सभी समाजजन को बाँसवाड़ा के अब्दुल्ला पीर दरगाह, एमएससी स्कूल या डूंगरपुर-गलियाकोट दरगाह धर्मशाला में रखा जाए ।

कुशलगढ़ को मिले 3 डॉक्टर

वर्तमान के हालात को देखते हुए बुधवार को कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया ने मुख्यमंत्री व चिकित्सा मंत्री से फोन पर चर्चा कर चिकित्सालय में संसाधन, 10 विशेषज्ञ चिकित्सक व 2 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की थी । गुरुवार को शासन के निर्देश पर 3 नए चिकित्सक डॉ संदेश एरन, डॉ निर्मल जेन व डॉ बनवारीलाल कुमावत कुशलगढ़ पहुचे ।

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