बीजेपी नेता के पुत्र ने फांसी लगाने से पहले बहन और पत्नी को बताया, फिर झूल गया मौत के फंदे पर

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ग्वालियर(kundeshwartimes)- शिंदे की छावनी स्थिति पारदी मोहल्ले में रहने वाले बीजेपी नेता के इकलौते बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फांसी लगाने से पहले मरने की सूचना उसने फोन पर अपनी बहन और पत्नी को दी। बहन ने अपने भाई को बचाने के लिए बेटे को घर भेजा लेकिन तब तक युवक फंदे पर झूल चुका था और उसकी मौत हाे चुकी थी।

मामा को बचाने पहुंचे भांजे ने परिवार व पड़ोसियों की मदद से फंदे से उतारा और अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद इंदरगंज थाने में मर्ग दर्ज कराया गया और शव काे पोस्टमार्टम के लिए पीएम हाउस में रखवा दिया गया। गुरुवार की दोपहर को पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को स्वजन के सुपुर्द कर दिया। आत्महत्या का क्या कारण रहा इसका पता लगाने का पुलिस प्रयास कर रही है

इस तरह से रहा घटनाक्रम

भाजपा के वरिष्ठ नेता 85 साल के जंगबहादुर सिंह तोमर रहते हैं। बीती रात को वह अपने 14 साल के नाती के साथ घर के बाहर के कमरे में सो रहे थे। तभी उनका 42 साल का बेटा देवेन्द्र घर पहुंचता है औरअपने कमरे में सोने चला जाता है।

देवेन्द्र की बड़ी बहन गोला का मंदिर पर रहती है वह बुधवार को दिन में घर आई थीं,इसलिए जब वह वापस गोला का मंदिर गई तो वह देवेन्द्र की पत्नी और 8 साल के बेटे को भी अपने साथ ले गई थीं। इसलिए घर में केवल देवेन्द्र और उसका बड़ा बेटा तथा पिता ही थे।

देवेन्द्र ने रात करीब साढ़े 11 बजे अपनी बहन और पत्नी से फोन पर बात की और उन्हें बताया कि वह फांसी लगाकर आत्महत्या कर रहा है। यह सुनकर बहन व पत्नी दोनों घवरा गए और बहन ने अपने बेटे को तत्काल देवेन्द्र के पास शिंदे की छावनी भेजा।
देवेन्द्र का भांजा जब घर पहुंचा तो देखा कि देवेन्द्र फांसी पर लटक चुका है जिसे देखकर उसने चीख पुकार मचाई तो देवेन्द्र के पिता की नींद खुल गई और आसपास के लोग भी एकत्रित हो गए। जिसके बाद देवेन्द्र को फंदे से उतारकर एक निजी अस्पताल लेकर गए इसके बाद माधव डिस्पेंसरी लेकर पहुंचे जहां पर डाक्टरों ने देवेन्द्र को मृत घोषित कर दिया।

6 बहनों का इकलौता भाई था देवेन्द्र

जंगबहादुर बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं और महल से उनके गहरा नाता रहा है। जंगबहादुर की 6 बेटियों पर देवेन्द्र हुआ था इसलिए वह सभी का लाड़ला था।इसलिए वह काफ गुस्सैल बताया जाता है। देवेन्द्र का 15 साल पहले विवाह हुआ था और उसके दो बेटे हैं। बताया गया है कि देवेन्द्र को काफी गुस्सा आता था और गुस्से में वह आत्मघाती कदम उठा लेता था। दो साल पहले भी देवेन्द्र ने आत्महत्या की नियत से हाथ काट लिया था।

इनका कहना है

देवेन्द्र मेरे चाचा का बेटा है। रात को मैं एक कार्यक्रम से घर पहुंचा था तभी भांजे की चीखपुकार सुनी तब पता चला कि देवेन्द्र ने फांसी लगा ली है। तब उसे लेकर अस्पताल पहुंचे पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अचानक से घटनाक्रम हुआ कि कोई कुछ सोचनेसमझने का मौका ही नहीं मिला और मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया छिन गया।
वीर सिंह तोमर , कांग्रेस नेता

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