10 करोड़ का फ्रॉड कर भागे थे दो भाई, गल्ला व्यापारियों ने घोषित किया था 21 लाख का इनाम, दोनों हुए गिरफ्तार

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गुना(kundeshwartimes)- तीन जिलों के व्यापारियों को करीब 10 करोड़ रुपये का चूना लगाकर फरार हुए कुंभराज के गल्ला व्यापारी दोनों भाइयों को इंदौर क्राइम ब्रांच ने पकड़ लिया है। आरोपितों को गुना पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस आरोपितों को लेकर आ रही है, जिसके बाद फ्राड और रिकवरी आदि के संबंध में पूछताछ होगी। फ्राड के आरोपितों की गिरफ्तारी पर व्यापारियों ने 21 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था।

कुंभराज का गल्ला व्यापारी लोकेंद्र गुप्ता उर्फ डब्बू मंडी में गल्ले का कारोबार करता था, जो अपने भाई सचिन गुप्ता के साथ जीवी पल्स मिल, शिवानी इंटरप्राईजेज और दिव्यांशी इन्टरप्राईजेज नामक फर्मों से मंडी के अलावा व्यापारियों से भी सीधे अनाज की खरीदी करता था। व्यापारियों के मुताबिक डब्बू का लेनदेन ठीक होने से दूसरे व्यापारी भी भरोसा करते थे, लेकिन उसके मन की बात कोई समझ नहीं पाया।

15-20 दिन भुगतान के लिए लिया समय

उसने भाई के साथ मिलकर गुना, अशोकनगर और ब्यावरा राजगढ़ के लगभग 60 व्यापारियों से धनिया, गेहूं, मक्का और बारदाना खरीदा। 15 से 20 दिन भुगतान के लिए समय लिया। 19 और 20 जुलाई को व्यापारी भुगतान का इंतजार कर रहे थे, लेकिन दोनों व्यापारी लोकेंद्र व सचिन 18 जुलाई की रात ही रुपए लेकर रफूचक्कर हो गए थे।

रात को ही रुपए लेकर भागे थे व्यापारी

व्यापारी 19 जुलाई की सुबह लोकेंद्र व सचिन गुप्ता की मंडी स्थित दुकान और मकान पर भुगतान लेने पहुंचे, तो ताले लगे मिले। उन्होंने पड़ताल की तो मालूम चला कि दोनों भाई पूरा रुपया लेकर रात को ही भाग गए हैं। व्यापारियों ने 20 जुलाई को पुलिस अधीक्षक को शिकायत दर्ज कराई। व्यापारियों की शिकायत पर कैंट, कुंभराज और ब्यावरा में भी मामला दर्ज कराया गया।

मामले से जुड़ीं खास बातें

अगले ही दिन व्यापार एवं उद्योग महासंघ ने प्रेसवार्ता बुलाई, जिसमें अध्यक्ष राजेश अग्रवाल के साथ गल्ला व्यापारियों ने दोनों फरार गल्ला व्यापारी लोकेंद्र व सचिन गुप्ता की गिरफ्तारी और राशि की बरामदगी पर 21 लाख रुपये के पुरस्कार की घोषणा की थी।

21 दिन बाद भी जब फ्राड करने वाले व्यापारियों का कुछ पता नहीं चला, तो व्यापारी धरने पर बैठ गए। उसके साथ ही कुंभराज मंडी के व्यापारियों ने काम बंद कर दिया।
फ्राड कर भाग गल्ला व्यापारी के फरार होने के बाद बैंक ने दुकान और मकान पर नोटिस चस्पा कर दिया था। इसमें कहा गया कि संपत्ति बैंक में बंधक है।

शनिवार को पुलिस अधीक्षक राकेशकुमार सगर भी घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने व्यापारियों से मिलकर जल्द आरोपितों के गिरफ्तार होने का भरोसा दिलाया था।

एक साथी हत्थे चढ़ते ही कस गया था शिकंजा

गुना पुलिस फरार व्यापारियों की तलाश में अपने स्तर पर जुटी हुई थी। कई टीमों को लगाया था। इस बीच आरोपितों के गुजरात में होने की लोकेशन मिली। पुलिस टीम वहां भी पहुंच गई। उनका एक साथी गुना पुलिस के हत्थे चढ़ गया, जिससे पूछताछ में पुलिस को कई सुराग हाथ लगे। गुना पुलिस ने इंदौर क्राइम ब्रांच को सूचना दी। पुलिस ने दोनों आरोपित लोकेंद्र व सचिन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों को गुना पुलिस के सुपुर्द कर दिया।

दोनों आरोपितों को गुना पुलिस को सौंपा

गल्ला व्यापारियों से फ्राड कर फरार आरोपितों की सूचना गुना पुलिस से मिली थी। इसी क्रम में दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर गुना पुलिस के सुपुर्द कर दिया है।
निमिश अग्रवाल, डिप्टी कमिश्नर आफ पुलिस, क्राइम ब्रांच इंदौर

रिकवरी के संबंध में होगी पूछताछ

व्यापारियों से अनाज खरीदकर बिना भुगतान किए फरार हुए दोनों आरोपित इंदौर में पकड़े हैं, जिसमें क्राइम ब्रांच की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। गुना पुलिस उनको लेकर आ रही है, उसके बाद रिकवरी आदि के संबंध में पूछताछ की जाएगी।
राकेशकुमार सगर, पुलिस अधीक्षक गुना

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