इंदौर में अन्तर्राज्यीय फर्जी मार्कशीट गिरोह पर पुलिस का शिकंजा, अलग-अलग यूनिवर्सिटी के बनाए दस्तावेज

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इंदौर(kundeshwartimes)  मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में हर दिन कई क्राइम की खबरें सामने आती हैं. कभी जालसाजी, कभी धोखाधड़ी तो कभी महिला अपराध के मामले सामने आते हैं. वहीं इस बार शहर की विजय नगर पुलिस ने फर्जी मार्कशीट बनाकर छात्रों को उपलब्ध करवाने वाले एक गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों ने देश के अलग-अलग प्रदेशों में ऑफिस खोल कर फर्जी मार्कशीट तैयार कर अलग-अलग दामों पर बेच रहे थे. फिलहाल पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है. कहा जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं.

अन्तर्राज्यीय फर्जी मार्कशीट गिरोह को किया गिरफ्तार:इंदौर की विजय नगर पुलिस ने एक बड़ी करवाई करते हुए अन्तर्राज्यीय फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं आरोपी अपने गिरोह के साथ यह गोरखधंधा पिछले 5 सालों से चला रहे थे. गिरोह अभी तक 1000 से अधिक फर्जी मार्कशीट बना चुका है. गिरोह B. H.M.S., B.A.M.S., B FARMA, M. FARMA, D. FARMA, G.N.M., LABE TECH. व 10वीं, 12वीं की फर्जी मार्कशीटे बनाते थे. फिलहाल पुलिस आरोपियों से की एंगल पर पूछताछ कर रही है.
मुखबिर की सूचना पर डीसीपी ने बनाई टीम: दरअसल इंदौर की विजय नगर थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी की एक व्यक्ति जिसका नाम दिनेश उम्र 41 साल, गणेशधाम और मनीष है, जो अपने साथियों के साथ मिलकर पिछले पांच सालों से फर्जी मार्कशीट 8वीं, 10वीं, 12वीं, बीएएमएस व अन्य प्रकार कि जाली मार्कशीट तैयार कर लोगों से लाखों रुपए लेकर मार्कशीट देते थे. मुखबिर की सूचना पर डीसीपी अभिषेक आनंद द्वारा एक टीम बनाई गई. मुखबिर द्वारा बताई गई जगह पर पुलिस ने गणेश कॉलोनी खंडवा रोड पर आरोपी दिनेश तिरोले और मनीष के घर पर दबिश दी. जहां उसके घर से पुलिस ने लगभग 50-60 फर्जी मार्कशीट जिसमें दिल्ली, बिहार, एमपी, पंजाब, राजस्थान व कई प्रातों व यूनिवर्सिटी के नाम से फर्जी तरीके से बनाई गई, जिसे पुलिस ने जब्त किया है.

मेट्रो सिटी में ऑफिस खोलकर बनाते थे मार्कशीट: आरोपी ने सैंकडों लोगों को 8वीं, 10वीं, 12वीं, बीएएमएस व अन्य प्रकार कि फर्जी मार्कशीटे बेची और करोड़ों रुपए अवैध रुप से कमाये हैं. मामले में आरोपी के साथ और भी कई लोग जुड़े हैं. इस संबंध में आरोपी दिनेश और मनीष से पुछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ की जा रही है. पकड़े गए आरोपी में से एक आरोपी इंदौर का टीचिंग फील्ड से जुड़ा हुआ था. उसने उज्जैन के युवक के साथ इस तरह से फर्जी मार्कशीट बनाने की योजना बनाई और उसके बाद देश के अलग-अलग प्रदेशों की मेट्रो सिटी में ऑफिस खोलकर इस तरह से मार्कशीट बनाकर छात्रों को दी है. वहीं अब पुलिस इन लोगों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है. जिन्हें इन लोगों ने फर्जी मार्कशीट बनाकर दी है.

अलग-अलग प्रदेशों में छात्रों को उपलब्ध कराते थे मार्कशीट: यह मामला अति संवेदनशील है, क्योंकि जिन लोगों को भी इन्होंने मार्कशीट उपलब्ध करवाई है. वह किसी ना किसी कंपनी या अन्य विभाग में काम कर रहा है. फिलहाल पुलिस उन लोगों तक भी पहुंचने के प्रयास करने में जुटी हुई है. आरोपियों ने दिल्ली यूनिवर्सिटी, पंजाब यूनिवर्सिटी सहित देश के अलग-अलग प्रदेशों में मौजूद प्रमुख यूनिवर्सिटी की मार्कशीट बनाकर छात्रों को उपलब्ध करवाई है. उन यूनिवर्सिटी से भी पुलिस पत्राचार कर जानकारी मांगेगी. साथ ही वहां पर भी जाकर जांच पड़ताल करेगी कि कहीं वहां की यूनिवर्सिटी के कुछ लोग तो आरोपियों से मिले हुए तो नहीं है।

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