जांच के 10 दिन बाद यदि तीन दिवस तक कोई लक्षण,नहीं है तो मरीज होगा डिस्चार्ज – कमिश्नर डा. भार्गव, रीवा से ब्यूरो अनिल पटेल की रिपोर्ट

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रीवा 21 मई 2020. रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीज के ठीक होने के उपरांत उसे डिस्चार्ज करने की पॉलिसी मध्यप्रदेश सरकार द्वारा संशोधित की गई है। पूर्व में जहां प्रथम सैम्पल के पॉजिटिव रिपोर्ट आने के 14 दिन पश्चात कोविड-19 पॉजिटिव मरीज का पुन: सैम्पल लिया जाता था और निगेटिव निगेटिव रिपोर्ट आने पर 24 घंटे के पश्चात दूसरा सैम्पल लिया जाता था और पुन: निगेटिव रिपोर्ट प्राप्त होने पर उसे डिस्चार्ज किया जाता था। उपरोक्त गाइड लाइन में बदलाव करते हुये अब संक्रमित मरीज में जांच के 10 दिन बाद यदि 3 दिनों तक किसी तरह के लक्षण नहीं पाये जाते तो उस मरीज को डिस्चार्ज कर दिया जाता है। लेकिन इस दौरान मरीज को 7 दिवस तक होम आईसोलेशन में रहने की सलाह दी जाती है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने बताया कि भारत सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार भी यदि मरीज में किसी तरह के लक्षण दिखाई नहीं दिये तो उस व्यक्ति को 10 दिन के पश्चात संक्रमण मुक्त मान लिया जाता है, इसके बाद भी यदि इस बीच किसी व्यक्ति के अंदर वायरस पाये जाते हैं तो यह वायरस मृत अवस्था में रहते हैं जिससे मरीज को इस वायरस के होने पर भी किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता। उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति में मृत वायरस के कण के साथ आरएनए भी मौजूद रहता है। आरटीपीसीआर टेस्ट इसी आरएनए की खोज कर बीमारी की पुष्टि करता है। इस लिये ऐसे मरीज बीमार और संक्रामक न होने के बाद भी कई महीनों तक इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ सकती है।
कमिश्नर ने बताया कि नई परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुये कोविड-19 के रोगियों के उपचार के बाद डिस्चार्ज करने के संबंध में दिशा-निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि लक्षण उत्पत्ति के दिन से 10 दिनों तक तथा रोगी के विगत 3 दिनों से बुखार के कोई लक्षण नहीं होने पर रोगी को डिस्चार्ज किया जाय। डिस्चार्ज के पूर्व पुन: जांच की कोई आवश्यता नहीं है परंतु रोगी को आगामी 7 दिनों तक होम आईसोलेशन में रहना होगा। इसके सभी प्रोटोकाल का पालन करते हुये रोगी द्वारा संतुलित आहार तथा पर्याप्त पेय पदार्थ का सेवन किया जाय। डिस्चार्ज के समय रोगी की निगरानी हेतु मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु एवं सार्थक एप इंस्टाल किया जाय। रोगी के स्वास्थ्य के संबंध में टेली कान्फ्रेंस के माध्यम से 14 दिन में जानकारी ली जाय। यदि रोगी में पुन: बुखार या अन्य लक्षण दिखायी दे तो तत्काल 104 टोल फ्री नम्बर पर सूचना देकर उपचार करायें। अस्पताल प्रबंधन द्वारा डिस्चार्ज टिकट के साथ उपचार का संपूर्ण विवरण, जांच रिपोर्ट की प्रतिलिपि, समस्त डिस्चार्ज औषधियां तथा रोगी के समस्त व्यक्तिगत समान की विषाणु मुक्ति एक प्रतिशत सोडियम हाईपोक्लोराइट से सुनिश्चित कर उपलब्ध कराई जाय।
कमिश्नर ने बताया कि कोविड सेंटर में आक्सीजन बेड में भर्ती मध्यम लक्षण वाले रोगियों की दैनिक तापमान एवं आक्सीजन सेचुरेशन की निगरानी की जाय। यदि भर्ती रोगी का बुखार तीन दिवस के भीतर ठीक हो जाता है तथा आगामी चार दिवस तक बगैर आक्सीजन सपोर्ट के रोगी का आक्सीजन सेचुरेशन 95 प्रतिशत से अधिक पाया जाता है तो ऐसे रोगियों को संक्रमण के दिन से 10 वे दिन डिस्चार्ज किया जा सकता है। ऐसे रोगी जिनमें बुखार के लक्षण तीन दिवस के भीतर समाप्त नहीं हो तथा आक्सीजन सपोर्ट की निरंतर आवश्यकता हो ऐसे रोगी को केवल लक्षणों की पूर्ण समाप्ति होने पर तथा निरंतर तीन दिवस तक बगैर आक्सीजन सपोर्ट के आक्सीजन सेचुरेशन कायम रख पाने की क्षमता होने पर ही डिस्चार्ज किया जाय। रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी वाले गंभीर रोगी (एचआईव्ही ट्रांसप्लांट, रेसिपिएंट एवं कैंसर रोगी) को पूर्ण क्लीनिकल रिकवरी होने तथा लक्षणों के ठीक हो जाने पर ली गई सैंपल आर.टी.-सीपीआर जांच पद्धति से एक बार निगेटिव पाये जाने पर ही डिस्चार्ज किया जाय।

अनिल पटेल, सम्भागीय ब्यूरो रीवा

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