मौत के बाद बदला लूंगी.. मेरी मौत का कारण सिस्टर मर्सी है, चिट्ठी लिखकर छठवीं की छात्रा ने फांसी लगा ली

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अंबिकापुर(kundeshwartimes) शहर के कार्मेल स्कूल की कक्षा छठवीं की छात्रा आर्चसी सिन्हा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें आत्महत्या के लिए स्कूल की एक शिक्षिका पर प्रताड़ित करने का उल्लेख है। यह भी लिखा है कि मैं खुद को समाप्त कर रही हूं और शिक्षिका से बदला लूंगी।घटना से शहर में आक्रोश है। अभिभावक संघ ने शिक्षिका की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की। इधर भाजयुमो पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं ने स्कूल के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी पीड़ित पक्ष के साथ स्कूल प्रबंधन का बयान दर्ज कर रहे हैं।

छठवीं में पढ़ती थी आर्चसी दोपहर में वह घर लौटी

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के इंजीनियर आलोक सिन्हा अंबिकापुर के दर्रीपारा में निवास करते है। परिवार में पत्नी,बेटी अर्चसी व पिता अनिल सिन्हा (अधिवक्ता) है। मंगलवार को आर्चसी(12) स्कूल गई थी। वह कक्षा छठवीं में पढ़ती थी। दोपहर में वह घर लौटी। स्वास्थ्य ठीक नहीं होने का हवाला देकर वह भोजन करने के बाद सोने चली गई थी। देर शाम उसके दादा घर लौटे थे। मां भी अपने कार्य में व्यस्त थी।
रात को दरवाजा नहीं खुला तो मां ने चिल्लाना शुरू किया। मकान के प्रथम तल में रहने वाले दादा तत्काल द्वितीय तल में पहुंचे। झांक कर देखने पर आर्चसी नजर आई। वह फांसी के फंदे पर झूल रही थी। जोर से धक्का देने पर दरवाजा खुला। दादा और मां जब उसके पास पहुंचे तो आर्चसी की मौत हो चुकी थी। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। छात्रा को अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ। इसे छात्रा द्वारा ही लिखे जाने की बात कही जा रही है।

शिक्षिका की प्रताड़ना से छात्रा ने की खुदकुशी

शिक्षिका की प्रताड़ना से छात्रा द्वारा खुदकुशी किए जाने की खबर लगते ही अभिभावकों में आक्रोश उतपन्न हो गया। विरोध की संभावना को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने व्हाट्सअप के माध्यम से अवकाश घोषित कर दिया। अभिभावक संघ से जुड़े लोग सीधे पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच गए। एसडीओपी अखिलेश कौशिक द्वारा ज्ञापन लेने सामने आने पर अभिभावकों ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर उन्हीं को ज्ञापन देने की मांग कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में ही बैठ गए। अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के कार्य में लगे पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने ज्ञापन लिया। जांच के बाद कार्रवाई के आश्वासन पर अभिभावक वापस लौटे।

स्कूल के बाहर प्रदर्शन

उधर घटना के विरोध में भाजयुमो पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। प्रबंधन की ओर से मुख्य गेट को बंद कर दिया था। नाराज कार्यकर्ताओं ने गेट के बाहर टायर जलाकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।

घटनास्थल पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुपलेश के साथ पुलिस अधिकारी ,कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद थे।प्रबंधन की ओर से प्राचार्य सिस्टर जीवा सामने आई। लेकिन उनकी बातों पर युवाओं को विश्वास नहीं हुआ।

सुरक्षा के मद्देनजर सभी भीतर चले गए। बाद में जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे,सीएसपी स्मृतिक राजनाला के साथ पुलिस अधिकारी, कर्मचारी स्कूल पहुंचे हैं।
स्कूल प्रबंधन से पूछताछ की जा रही है। पूरे मामले में अभी तक स्कूल प्रबंधन ने चुप्पी साध रखी है।

किसी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया स्कूल की ओर से सामने नहीं आई है।प्राचार्या सिस्टर जीवा के मोबाइल पर संपर्क करने के बाद भी उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया जा रहा है। इधर घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट के आधार पर जिस सिस्टम मेसी का नाम उल्लेखित है उसे तत्काल गिरफ्तार किए जाने की मांग की जा रही है। पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट की जांच की जा रही है छात्र के लिखावट और सुसाइड नोट की लिखावट की जांच कराई जा रही है जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा की सुसाइड नोट छात्रा ने ही लिखा है या नहीं। फिलहाल घटना को लेकर अंबिकापुर शहर में अभिभावकों में नाराजगी है।

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