दमोह – जबेरा जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत सगरा में जमके चल रहा है भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है सरपंच सचिव मौका का फायदा उठा रहे हैं क्योंकि सरपंची चुनाव अभी तक नही आये हैं इस कारण सरपंच भ्रष्टाचार में कहीं कसर नहीं छोड़ रहे हैं ग्राम पंचायत में जो विकास कार्य हो रहे हैं उनकी राशि लगातार आयरन की जा रही है और परलोकेशन टेन्क मे जेसीबी एवं अन्य मशीनों से काम करवाए जा रहे हैं जो मनरेगा योजना के तहत कार्य किए जा रहे हैं ग्राम पंचायत में सर्व मजदूरों का उपयोग उनके खातों में पैसे डाल कर उनके फिंगर लगवा कर पैसे निकालने का कार्य है लेकिन इनमें से भी कई मजदूर ऐसे हैं जिन्हें पता नहीं है उनका खाता कहां खुला है और किस बैंक में खुला है लेकिन उनके नाम से लगातार मजदूरी मस्टर डाले जा रहे हैं और राशि निकाली जा रही है कई खाताधारक के सिर्फ नाम है लेकिन खाता नंबर किसी और व्यक्ति के हैं ऐसे के उस बैंक के संचालक द्वारा खाते खोले जा रहे हैं कुछ खाते फिनो बैंक के द्वारा भी खोले गए हैं जिनमें खाते धारक को पता नहीं है उसका खाता कब खुला और कहां खुला इन खातों के माध्यम से ग्राम पंचायत में सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक की मिलीभगत से उनकी राशि को निकाला जाता है और भ्रष्टाचार किया जाता है अगर ग्राम पंचायत के मजदूरों की जांच करवाई जाए तो कई मजदूर ऐसे मिलेंगे कि जिन्होंने कभी काम किया ही नहीं है ना ही उन्हें पता है कि खाता उनका मजबूरी में चल रहा है ग्राम पंचायत में सरपंच द्वारा ठेकेदारी पर कार्य करवाया जा रहा है ग्राम के कुछ व्यक्ति ठेकेदार बनकर ग्राम पंचायत को चला रहे हैं ग्राम पंचायत के सचिव मुख्यालय पर नहीं रहते जिससे ग्रामीणों को लगातार परेशानी जा रही है कई निर्माण कार्य ऐसे हैं कि कागजों पर हैं कई निर्माण कार्य ऐसे हैं कि वन भूमि से सटी हुए हैं लेकिन उस पर वन विभाग भी कार्यवाही नहीं कर रहा है लेकिन ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत परलोकेशन टेन्क निर्माण में जम के भ्रष्टाचार किया गया है गाईडलाइन के अनुसार निर्माण नहीं किया गया है वही ग्राम पंचायत में परकुलेशन टैंक तालाब गहरीकरण जैसे कार्य चल रहे हैं मौका स्थल पर एक मजदूर कार्य नहीं कर रहा है सिर्फ मस्टरों में डिमांड डाली जा रही है