कटरा- मध्य प्रदेश सरकार की अति महत्वकांक्षी योजना गौशाला निर्माण का कार्य प्राथमिकता के आधार पर कराया जा रहा है, सरकार द्वारा अच्छी भली राशि भी आवंटित की जा रही है लेकिन निर्माण एजेंसियां गौशाला भवन के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग कर जमकर भ्रष्टाचार कर रही हैं, देखने में आया है कि ज्यादातर पंचायत में निर्माण एजेंसी सरपंच ही है, जो बालू की जगह क्रेशर की भस्सी और घटिया देसी ईट का उपयोग करके निर्माण कार्य करवा रही है सीमेंट का उपयोग भी नाम मात्र का किया जा रहा है, जाहिर है कि इस तरह के घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग से बने भवन टिकाऊ नहीं हो सकते। एक दो बरसात में ही भवन गिरने लगे हैं जानकारों के अनुसार जिस तरह की निर्माण सामग्री से कार्य करवाया जा रहा है उसकी लागत ज्यादा से ज्यादा 15 से 20 लाख आनी चाहिए जबकि सरकार द्वारा 37 से 38 लाख रुपए हर गौशाला के लिए आवंटित किया गया है, कांग्रेस नेता श्री संतोष सिंह, निरंजन सिंह, ने बताया कि जनपद पंचायत त्योंथर के ग्राम पंचायत देउर और जनपद पंचायत नईगढ़ी के ग्राम पंचायत जोधपुर और हकरिया के संयुक्त गौशाला निर्माण का कार्य वर्तमान में कराया जा रहा है जिसमें जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है, श्री सिंह ने बताया कि निर्माण एजेंसियों द्वारा सीधे-सीधे आवंटित राशि का आधा हिस्सा हजम करने की फिराक में है, जिससे संबंधित अधिकारियों एवं निर्माण एजेंसी द्वारा बंदरबांट किया जाएगा कांग्रेस नेता श्री संतोष सिंह ने जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए कलेक्टर रीवा से माग की है कि जल्द से जल्द देउर और जोधपुर में बन रही गौशाला की जांच की जाए जिससे एक सरकारी धन के खयानात को रोका जा सके।