बटियागढ़ जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत खमरिया , एवं अन्य ग्राम पंचायतों में जमके चल रहा है भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है ग्राम पंचायत में कई निर्माण कार्यों के लिए राशि निकाली गई है लेकिन वह है बहुत ही घटिया किसम के निर्माण किए गए हैं खकरी निर्माण , बाउंंड्री निर्माण सिंदूर सड़क आदि निर्माण कार्य किए गए और ग्राम पंचायत में कुुछ निर्माण कार्य चल रहे हैं लेकिन मजदूरों को कागजों पर कार्य दिया जा रहा है और मौके स्थल पर एक भी मजदूर नहीं मिलता और फर्जी डिमांड डालकर राशि आहरण की जा रही है बहुत ही भ्रष्टाचार किया जा रहा है क्योंकि 183 ग्राम पंचायत खमरिया मे मजदूर मजदूरी कर रहे हैं
लेकिन मौके स्थल पर एक भी मजदूर मजदूरी नहीं कर रहा है फर्जी डिमांड डालकर मजदूरों के नाम पर निकाली जा रही है राशि
उपयंत्री, सचिव एवं रोजगार सहायक मौका का फायदा उठा रहे हैं और ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार में कहीं कसर नहीं छोड़ रहे हैं ग्राम पंचायत में जो विकास कार्य हो रहे हैं उनकी राशि लगातार आयरन की जा रही है जो मनरेगा योजना के तहत कार्य किए जा रहे हैं ग्राम पंचायत में मजदूरों का उपयोग उनके खातों में पैसे डाल कर उनके फिंगर लगवा कर पैसे निकालने का कार्य है लेकिन इनमें से भी कई मजदूर ऐसे हैं जिन्हें पता नहीं है उनका खाता कहां खुला है और किस बैंक में खुला है लेकिन उनके नाम से लगातार मजदूरी मस्टर डाले जा रहे हैं और राशि निकाली जा रही है
कई खाताधारक के सिर्फ नाम है लेकिन खाता नंबर किसी और व्यक्ति के हैं ऐसे कियोस्क बैंक के संचालक द्वारा खाते खोले जा रहे हैं कुछ खाते फिनो बैंक के द्वारा भी खोले गए हैं जिनमें खाते धारक को पता नहीं है उसका खाता कब खुला और कहां खुला इन खातों के माध्यम से ग्राम पंचायत में सचिव एवं रोजगार सहायक की मिलीभगत से उनकी राशि को निकाला जाता है और भ्रष्टाचार किया जाता है अगर ग्राम पंचायत के मजदूरों की जांच करवाई जाए तो कई मजदूर ऐसे मिलेंगे कि जिन्होंने कभी काम किया ही नहीं है ना ही उन्हें पता है कि खाता उनका मजदुरी में चल रहा है ग्राम पंचायत में ठेकेदारी पर कार्य करवाये जाते है मौका स्थल पर एक भी मजदूर कार्य नहीं कर रहा है सिर्फ मस्टरों में डिमांड डाली जा रही है एवं बटियागढ जनपद पंचायत के अधिकारी वहीं से खानापूर्ति कर देते हैं और मोके स्थल पर निरीक्षण करनेे नहीं इसलिए सचिव एवं उपयंत्री की मिलीभगत से शासन को चूना लगाया जा रहा है एवं उपयंत्री भी ग्राम पंचायत की मौके स्थल पर जांच कर नहीं जाते हैं
क्योंकि उनकी खानापूर्ति जनपद में ही हो जाती हैं और ग्राम पंचायत एवं जनपद पंचायत बटियागढ़ के अधिकारियों की मिलीभगत से हर ग्राम पंचायतों में फर्जी डिमांड डालकर राशि आहरण की जा रही है चाहे वह कोई भी निर्माण कार्य हो हर एक निर्माण कार्य में भ्रष्टाचारी के अलावा और कुछ नहीं हो रहा है और जनपद बटियागढ के अधिकारी चुप्पी साधे हुए बैठे हैं और शासन का पैसा पानी की तरह ग्राम पंचायत में बहा दिया जाता है और वरिष्ठ अधिकारी भी कोई ध्यान नहीं देते हैं कई बार समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित भी होती हैं लेकिन वरिष्ठ अधिकारी नजरअंदाज कर देते हैं इसी बात को लेकर सचिव एवं रोजगार सहायक के हौसले बुलंद हो चुके हैं क्योंकि जनपद पंचायत बटियागढ़ के अधिकारी मौके स्थल का निरीक्षण करने नहीं जाते हैं कि निर्माण कार्य कैसे चल रहा है और कितने मजदूर मजदूरी कर रहे हैं क्योंकि नीचे से लेकर ऊपर तक सब अधिकारियों की खानापूर्ति हो जाती है इसलिए वह ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार को रोकने का प्रयास नहीं किया जाता और ना ही कोई कार्यवाही की जाए
ग्राम पंचायत खमरिया का मामला, अवैध उत्खनन से हो रहे लाखों के निर्माण
कोविट के कारण एक वर्ष से अधिक टल चुके पंचायत चुनावों के संपन्न होने की जैसे ही सरपंचों को आहट मिली है,सरपंच कमाई करने में कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहते कोविट के कारण पलायन से लोटे मजदूरों को अपने ही गांव में रोजगार उपलब्ध कराने की मंशा से ग्राम पंचायतों में रोजगार गंरटी योजना के तहत विभिन्न निर्माण कार्य प्रारंभ कराए गए थे,जिसमें सरपंच-सचिवों के कारण जम कर गड़बड़ी की गई कई स्थानों पर मजदूरों के स्थान पर मशीनों से निर्माण करा दिया तो अनेक ऐसी ग्राम पंचायत है जिनके द्वारा अवैध उत्खनन कर पत्थर और रेत की चोरी कर निर्माण कार्यों में धड़ल्ले से उपयोग कर दिए गए जिसपर ना तो राजस्व विभाग की नजर गई और ना ही वन विभाग की। नतीजतन सरपंच,सचवों एवं ठेकेदार की अवैध उत्खनन से मोटी कमाई हो गई।
खकरी निर्माण में चोरी का पत्थर
ग्राम पंचायत खमरिया के , खकरी निर्माण कार्य, बाऊड्रीवाल के निर्माण में गांव के समीप ही जंगली क्षेत्र में सरपंच,सचिव एवं रोजगार सहायक के द्वारा अवैध उत्खनन कर कई ट्राली पत्थर उपयोग कर लिया रेत भी नालो नदी से अवैेध प्रकार निकाल कर धड़ल्ले से उपयोग की गई। हाल ही में खमरिया के निर्माण के लिए अवैध प्रकार से खनन कर पत्थरों का स्टाक किया जा रहा है। उक्त क्षेत्र पीटीआर के दायरे में है यहां भी कहां से पत्थर आ रहा है वन कर्मियों के द्वारा देखना उचित नहीं समझा। कुछ दिन पहले वन परिक्षेत्र सर्किल के पास ग्राम पंचायत खमरिया के समीप वन सीमा में अवैध उत्खनन बहुत मात्रा में हो रहा सचिव सरपंच रोजगार सहायक एवं उपयंत्री की मिलीभगत से ग्राम पंचायत में बहुत ही भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं